मध्यप्रदेश के छतरपुर रेलवे स्टेशन पर एक युवक ने इंजन पर चढ़कर सेल्फी लेने का दुस्साहस किया। हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से उसके कपड़ों में आग लगई गई और इससे उसकी मौत हो गई। इससे गुस्साए उसके परिजनों ने स्टेशन मास्टर ऑफिस में तोड़फोड़ की। स्टेशन मास्टर के साथ मारपीट करते हुए उसे पटरी पर पटक दिया। जिंदा जलाने की धमकी तक दी गई।
मामला छतरपुर रेलवे स्टेशन पर गुरुवार सुबह का है। डिप्टी स्टेशन मास्टर शुभांग पटेल ने बताया कि सुबह लगभग साढ़े छह बजे दो-तीन लड़के आए और उन्होंने बताया कि एक लड़का इंजन पर चढ़कर सेल्फी ले रहा था। वह वायर की चपेट में आकर गिर गया है। पॉइंट्समैन और आरपीएफ के जवानों को भेजा। बॉडी काली पड़ चुकी थी। सिर में से खून आ रहा था। एंबुलेंस और पुलिस को सूचना दी गई।
परिजनों के मुताबिक मरने वाले युवक का नाम सुहेल मंसूरी है। वह स्टेशन पर क्यों आया, किसी को पता नहीं है। उसकी मौत इंजन के ऊपर करंट लगने से हुई है। सुहेल की मां रुखसाना बेगम का आरोप है कि रेलवे वालों की गलती से सुहेल की मौत हुई है। वहीं, उसके भाई रोशन का आरोप है कि पूरी ट्रेन में करंट आ रहा था। वह लोग पानी पीने स्टेशन आए थे और हाईटेंशन लाइन ने सुहेल को ऊपर खींच लिया।
सुहेल के रिश्तेदारों ने सुबह सात बजे के करीब स्टेशन पर पहुंचकर हंगामा किया। पटेल का कहना है कि सवा सात बजे के करीब पांच-छह लड़के आए और मेरे साथ मारपीट करने लगे। केबिन का दरवाजा तोड़ दिया। मुझ पर दबाव डाल रहे थे कि लाइन शुरू करो और लाश उतारो। उन्होंने मेरे साथ मारपीट की। रेलवे लाइन पर पटक दिया। मेरा ही बेल्ट निकालकर मुझे पीटा। आरपीएफ का दो लोगों का स्टाफ है, वह बीच-बचाव करता रहा। खजुराहो आरपीएफ के जितेंद्र कुमार ने बताया कि स्टेशन मास्टर के साथ मारपीट हुई है। ऑफिस में तोड़फोड़ कर रेलवे की संपत्ति को क्षति पहुंचाई गई है। हमारे गार्ड कम होने से परिजनों को संभालना मुश्किल था। मामले की जांच की जा रही है।