भारत-अमेरिका के संबंध और ज्यादा मजबूत हुए

सर्वधर्म समभाव की सराहना

मुख्यमंत्री श्री चौहान से अमेरिकी राजदूत श्री रिचर्ड वर्मा की भेंट

मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्‍टर्स समिट में आने का दिया न्यौता

भोपाल

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से आज यहाँ भारत में अमेरिका के राजदूत श्री रिचर्ड आर. वर्मा ने भेंट की। श्री वर्मा ने मध्यप्रदेश में आर्थिक निवेश, महिला सशक्तिकरण और धार्मिक स्वतंत्रता जैसे मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने श्री वर्मा और उनके साथ आये अमेरिकी दूतावास के सदस्यों का स्वागत किया।

श्री चौहान ने बताया कि एक दशक पहले तक मध्यप्रदेश को भारत के पिछड़े राज्यों में गिना जाता था। आज प्रदेश दो अंक में विकास दर बनाये हुए है और संभवत: विश्व में सबसे ज्यादा कृषि विकास दर वाला राज्य है।

मुख्यमंत्री ने श्री रिचर्ड वर्मा को बताया कि जल-संवर्धन के क्षेत्र में प्रदेश में अभूतपूर्व काम हुआ है। अब 60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिये छोटी-बड़ी जल-संरचनाओं को सहेजने और पानी बचाने से जल की उपलब्धता बढ़ी है। इसका सकारात्मक प्रभाव कृषि क्षेत्र पर पड़ा।

श्री चौहान ने जन-सहभागिता आधारित विकास के संबंध में चर्चा करते हुए बताया कि प्रदेश में सरकार और समुदाय मिलकर काम करते हैं। हाल में उज्जैन में हुए सिंहस्थ महाकुम्भ का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि सरकार और लोगों के परस्पर सहयोग से आठ करोड़ श्रद्धालु उज्जैन आये। उन्होंने बताया कि जल्दी ही नदियों को जीवन दान देने का अभियान भी जन-सहयोग से चलाया जायेगा। नर्मदा जैसी नदियाँ जो ग्लेशियर से पानी नहीं लेती उनके लिये वनस्पति ही जीवन स्त्रोत है। इसीलिये यह निर्णय लिया गया है कि लोगों की भागीदारी से नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर एक-एक किलोमीटर के दायरे में बड़ी संख्या में वृक्षारोपण किया जायेगा। किसानों से फलदार वृक्ष लगाने का आग्रह किया गया है। जब तक उनके पेड़ों में फल नहीं आते तब तक सरकार उन्हें मुआवजा राशि देगी।

मुख्यमंत्री ने श्री वर्मा को बताया कि महाकुम्भ के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग, विश्व शांति, मानव जीवन के कल्याण के लिये अध्यात्म और मूल्य आधारित जीवन शैली जैसे वैश्विक विषयों पर विचार गोष्ठियों की श्रंखला चलायी गयी थी। इसका समापन सिंहस्थ महाकुम्भ के दौरान अंतर्राष्ट्रीय विचार कुम्भ के रूप में हुआ। श्री चौहान ने बताया कि आर्थिक समृद्धि जरूरी है लेकिन प्रसन्न रहने के अन्य मापदण्ड भी है। इसे देखते हुए आनंद मंत्रालय भी स्थापित किया जा रहा है।

इन्दौर में ग्लोबल इन्वेस्‍टर्स समिट

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में आर्थिक निवेश की स्थिति पर चर्चा करते हुए बताया कि 21, 22 और 23 अक्टूबर 16 को इन्दौर में ग्लोबल इन्वेस्‍टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। अमेरिका के निवेश समुदाय को आमंत्रण भेजा जा रहा है। श्री चौहान ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद जैसे कई मुद्दों पर भारत और अमेरिका में वैचारिक समानताएँ हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों में और ज्यादा घनिष्ठता आई है। श्री चौहान ने अमेरिका को ग्लोबल इन्वेस्‍टर्स समिट में पार्टनर देश के रूप में भाग लेने का आग्रह किया।

ग्रीन ऊर्जा के क्षेत्र में है बहुत संभावनाएँ

श्री रिचर्ड ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंधों में मजबूती आई है। दोनों देश हर क्षेत्र में साथ-साथ आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश की आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र में हुई प्रगति की सराहना करते हुए कहा कि क्लीन और ग्रीन ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने की बहुत संभावनाएँ हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने बताया कि विश्व का सबसे बड़ा 750 क्षमता मेगावाट का सोलर प्लांट रीवा में लग रहा है। एशिया का सबसे बड़ा 135 मेगावाट क्षमता का सोलर प्लांट नीमच में स्थापित है। अगले दो साल में रीवा का प्लांट शुरू हो जायेगा।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में निवेश की संभावनाएँ देखते हुए नई नीति बना ली है। श्री रिचर्ड ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि रक्षा उत्पादन के क्षेत्र की प्राथमिकता और बढ़ेगी।

श्री रिचर्ड ने व्यापार और उद्योग को सरल बनाने के संबंध में प्रदेश सरकार की रणनीतियों के संबंध में जानना चाहा। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि प्रदेश में उद्योगों के लिये भूमि आवंटन, कारखानों में निरीक्षण व्यवस्था और अन्य प्रशासकीय प्रक्रियाओं को अविलंब पूरी करने के लिये एकल खिड़की प्रणाली बनायी गयी है। उन्होंने कहा कि इससे निवेशकों का सरकार पर विश्वास भी बढ़ा और उन्हें अपनी परियोजनाएँ स्थापित करने में मदद मिली है।

मुख्यमंत्री ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर प्रदेश सरकार की पहल की चर्चा करते हुए बताया कि प्राकृतिक संसाधनों का न्यायपूर्ण दोहन और जैविक खेती को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया गया है। मध्यप्रदेश को जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में काम करने वाला आदर्श राज्य बनाना चाहते हैं।

श्री चौहान ने महिला सशक्तिकरण के लिये उठाये गये कदमों की चर्चा करते हुए श्री रिचर्ड को बताया कि प्रदेश में अब लिंगानुपात सुधर रहा है। बेटियों के जन्म के प्रति सोच बदली है। बेटियों की पढ़ाई-लिखाई और शादी-विवाह के लिये राज्य की ओर से सभी इंतजाम किये गये हैं। स्थानीय निकायों के चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजनाओं से गरीब परिवारों की बेटियों को सहारा मिला है। संस्थागत प्रसव का प्रतिशत 22 से बढ़कर 82 हो गया है। मध्यप्रदेश महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये सबसे ज्यादा कदम उठाने वाला पहला भारतीय राज्य है।

सर्वधर्म समभाव की सराहना

मुख्यमंत्री ने धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर चर्चा करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री निवास में सभी धर्मों के त्यौहार मनाये जाते हैं। सभी धर्मों और संप्रदायों के लोग आपस में मिल-जुल कर रहते हैं और सामाजिक सदभाव की परंपरा को लगातार आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सिंहस्थ के दौरान अचानक आये आँधी-तूफान से परेशान श्रद्धालुओं के लिये उज्जैन शहर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने घर खोल दिये और मस्जिदों में भी आश्रय दिया। श्री रिचर्ड ने सांस्कृतिक विविधता और सर्वधर्म समभाव की सराहना की।

इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा, प्रमुख सचिव उद्योग मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस.के. मिश्रा उपस्थित थे।