तेज रफ़्तार कार ने एक ही परिवार के 6 लोगों को रौंदा… तीन ही हालत गंभीर… भागा ड्राइवर

फ़टाफ़ट डेस्क। दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे के बड़खल चौक के समीप तेज रफ्तार अनियंत्रित कार शुक्रवार-शनिवार रात बुद्ध कॉलोनी में एक मकान से टकराती हुई चारपाई पर सो रहे लोगों पर जा चढ़ी। इसके बाद वह बिजली के खंभे और एक पेड़ से टकराकर पलट गई। देर रात करीब डेढ़ बजे हुए इस हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख पुकार मच गई।

जोरदार धमाके की आवाज सुनकर पहुंचे लोगों ने घायलों की मदद करते हुए उन्हें अस्पताल तक पहुंचाया। इस हादसे में एक परिवार के 6 लोग घायल हो गए। इनमें तीन की हालत गंभीर देख उसे उपचार के लिए एक निजी अस्पताल ले जाया गया। हादसे को अंजाम देकर कार चालक मौके से भाग निकला। पुलिस ने इस संबंध में कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बुद्ध कॉलोनी निवासी एवं प्रत्यक्षदर्शी यशवंत कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह प्राईवेट कंपनी में नौकरी करता है। 4-5 जून की रात वह बड़खल मोड़ के समीप पुल के समीप टहल रहा था। उस समय प्रकाश व उनके परिवार के लोग अपने निर्माणाधीन मकान के बाहर चारपाई पर सो रहे थे। रात के करीब डेढ़ बजे होंगे। इसी बीच तेज रफ्तार एक अनियंत्रित कार ने सीधे उनके मकान में टक्कर मारी। 

इसके बाद कार समीप में चारपाई पर सो रहे प्रकाश व उसके परिवार के 6 लोगों को रौंदते हुए सामने खड़े बिजली खंभे से टकराते हुए पेड़ से टकराकर पलट गई। जोरदार धमाके की आवाज सुनकर जब वह घर की ओर दौड़ा तो वहां चारपाई पर सो रहे परिवार के सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जो लहुलुहान हालत में बिलख रहे थे। घटनास्थल पर चीख पुकार मच गई। 

शोर सुनकर कॉलोनी के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। कॉलोनी के सभी लोग घायलों की मदद में जुट गए। इस दौरान प्रकाश की हालत ज्यादा गंभीर थी। कॉलोनी के लोगों ने उन्हें छाती व पैर से दबाकर उन्हें होश में लाने का प्रयास किया। हादसे की सूचना मिलने पर सेक्टर-19 चौकी से गस्त कर रहे इंचार्ज समेत अन्य पुलिसकर्मी भी वहां पहुंच गए। 

तुरंत सभी घायलों को ऑटो चालकों की मदद से बीके अस्पताल ले जाया गया। जहां तीन की हालत नाजुक देख उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया, लेकिन कॉलोनी के लोगों ने उन्हें भारत कॉलोनी के समीप एक निजी अस्पताल में दाखिल करा दिया। घायलों में 40 वर्षीय प्रकाश, उसकी 38 वर्षीय पत्नी सुशीला, 12 वर्षीय बेटा शिवम, 16 वर्षीय बेटी प्रीति, 8 वर्षीय बेटा लव व 17 वर्षीय भानजा कोमल शामिल हैं। 

इनमें सुशीला, शिवम व कोमल की हालत गंभीर देख सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया, लेकिन परिवार के लोगों ने इन तीनों को भारत कॉलोनी के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। जबकि प्रकाश, लव व प्रीति को डिस्चार्ज कर दिया गया है। यशवंत ने बताया कि प्रकाश की डिस्चार्ज के बाद हालत बिगड़ गई, जिसे उपचार के लिए दाखिल कराया गया है। इस हादसे में घर का सामान जिसमे वाशिंग मशीन, दो कुलर व घर के कुछ और सामान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 

कार टाटा टाइगो दिल्ली नंबर की है। जिसके आधार पर पुलिस कार मालिक के बारे में पता लगा रही है। अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि इस कार को कौन चला रहे थे। रात के वक्त यह कार कहां से कहां जा रही थी। जांच अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस इस कार मालिक के बारे में पता लगाकर उसके चालक का पता लगाएगी। उधर, प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो कार चालक नशे में था, जो अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। हालांकि सच्चाई का पता उसकी गिरफ्तारी के बाद ही पता चल सकेगा।

ऑटो चालक प्रकाश का मकान बरसात में टपकता था, इसके चलते उसके घर में इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा था। हादसे के वक्त उनकी मां शांति देवी घर में ही लेटी हुई थी, जबकि परिवार के अन्य लोग बाहर चारपाई पर सोए हुए थे। जहां परिवार के सभी सदस्य हादसे की चपेट में आ गए। 

हादसा होने के बाद घटनास्थल पर चीख पुकार मची रही। खून से लथपथ परिवार के सदस्य बिलखते रहे। रात का अंधेरा होने के कारण मदद करने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लेकिन कॉलोनी के लोगों ने घायलों की मदद करने में अहम भूमिका निभाई। अक्सर हादसे के वक्त महिलाएं खून से लथपथ लोगों की मदद करने में घबराती हैं, लेकिन यहां कॉलोनी की कुछ लड़कियों ने मिलकर हिम्मत दिखाते हुए खून से लथपथ घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। इस काम में कॉलोनी के युवाओं ने भी काफी सहयोग दिया।