CYBER CRIME : साइबर अपराधियों ने बीजेपी नेता के खाते से उड़ाए 80 हजार रुपये…

रांची। झारखंड में एक बार फिर से साइबर क्राइम का बड़ा मामला सामने आया है। इस बार साइबर अपराधियों ने BJP नेता को अपना टारगेट बनाया है। जानकारी के अनुसार, साइबर अपराधियों ने भाजपा नेता भीम प्रभाकर के खाते से 80 हजार रुपये निकाल लिए। इस मामले में उन्‍होंने सुखदेव नगर थाने में अज्ञात के खिलाफ मामला भी दर्र कराया है। उन्‍होंने अपनी श‍िकायत में कहा कि बैंक ऑफ इंडिया की विकास भवन स्थित शाखा से 3 से 6 नवंबर के बीच उनके खाते से 80 हजार रुपये की निकासी की गई है। उन्‍होंने बताया कि मोबाइल फोन पर पैसे की निकासी का मैसेज आने के बाद उन्‍हें इसके बारे में पता चला।

भाजपा नेता भीम प्रभाकर ने बताया कि मामले का पता चलते ही वह तुरंत बैंक पहुंच कर अधिकारियों को इससे अवगत कराया बैंक अधिकारियों ने बीजेपी नेता को बताया कि उनके आधार नंबर का इस्‍तेमाल कर बैंक खाते से पैसे निकाले गए। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही पुलिस ने दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया था। तब पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी लोगों को मैसेज के जरिये लिंक भेजकर उनको अपने झांसे में लेते थे। दोनों आरोपी अपने टारगेट को बताते थे कि आमेजन में धीरे-धीरे पैसा जमा कर अपने स्‍कोर को बढ़ाते रहें। इस तरह उन्‍होंने आमेजन में निवेश का झांसा देकर तकरबीन साढ़े 5 लाख रुपयों की ठगी की थी।

ऑनलाइन का प्रचलन बढ़ने के साथ ही ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में वृद्धि हुई है। झारखंड के जामताड़ा के साइबर ठग जहां शुरू से ही आम और खास को निशाना बनाते रहे हैं, वहीं अब पुलिस की दबिश के बाद वहां के साइबर अपराधियों ने देवघर और रांची को अपना नया ठिकाना बना लिया है। जानकारी के अनुसार, जामताड़ा के कई जालसाज दूसरे जिले के युवाओं को तकनीकी रूप से दक्ष बनाकर उन्‍हें साइबर अपराध के क्षेत्र में धकेल रहे हैं। बेरोजगार युवा भी बिना मेहनत के धनी बनने के चक्कर में गुमराह होकर साइबर अपराधी बन रहे हैं। पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2021 में जनवरी से सितंबर तक कुल 567 साइबर अपराध के मामले विभिन्न जिलों में दर्ज किए गए।

जनवरी से सितंबर के बीच पुलिस ने 903 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार भी किया। इस अवधि में जामताड़ा में 62 और रांची व देवघर में 90-90 केस दर्ज किए गए। इस वर्ष जनवरी से सितंबर तक जामताड़ा पुलिस ने 152 और देवघर पुलिस ने 594 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। हालांकि, झारखंड की राजधानी रांची की पुलिस इस मामले में फिसड्डी रही।