शेयर मार्केट में पैसा लगाने वालों के लिए नई सुविधा शुरू, अब नहीं फंसेगी रकम, जानें कैसे मिलेगा मदद?

नई दिल्ली. सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने ट्रेडिंग सदस्यों और ब्रोकर्स को एसेट लॉस से बचाने के लिए एक नए प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है. इसका नाम IRRA है. यह प्लेटफॉर्म किसी तकनीकी खराबी के समय एक सेफ्टी नेट के तौर पर काम करेगा. यह ट्रेडिंग सदस्यों की मदद करेगा ताकि वह किसी ऑर्डर को ऐसे समय में रद्द कर सकें जब तकनीकी खामी के कारण मुख्य प्लेटफॉर्म और डिजास्टर रिकवरी साइट पर वे ऐसा नहीं कर पा रहे होंगे और उन्हें इसकी वजह से घाटा झेलना पड़ रहा होगा.

इस प्लेटफॉर्म को BSE, NSE, NCDEX, MCX और MSE ने मिलकर बनाया है. इसे सोमवार को सेबी की चेयपर्सन माधबी पुरी बुच ने लॉन्च किया था. उन्होंने इसे लॉन्च करते हुए यह भी बताया कि यह प्लेटफॉर्म काम कैसे करेगा. उन्होंने कहा कि यह प्लेटफॉर्म निवेशकों को मौका देगा कि वह अपनी ओपन पोजिशन को बंद या फिर किसी ऑर्डर को रद्द कर सकें. यह प्लेटफॉर्म किसी तकनीकी खामी या फिर ऐसी अज्ञात परिस्थिति में मदद में करेगा जब मुख्य व रिकवरी साइट पर ऑर्डर से संबंधित कोई काम करना मुश्किल हो रहा होगा. उन्होंने कहा कि इसे निवेशकों का जोखिम घटाने के लिए विकसित किया गया है. उन्होंने यह बात साफ की कि इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल नए ऑर्डर या पोजिशन लेने के लिए नहीं किया जा सकता है. इसका इस्तेमाल केवल ऑर्डर कैंसिल करने के लिए ही होगा.

क्यों पड़ी इसकी जरूरत?

जैसे-जैसे ट्रेडिंग के लिए तकनीक पर निर्भरता बढ़ रही है, वैसे-वैसे इसके खतरे भी बढ़ रहे हैं. कई बार ऐसी स्थितियां बनती हैं जहां किसी अनजान खामी के कारण मुख्य व रिकवरी प्लेटफॉर्म काम करना बंद कर देते हैं. ऐसे में निवेशक अपने ट्रेड से संबंधित कोई भी बदलाव नहीं कर पाते हैं. परेशानी तब ज्यादा बड़ी हो जाती है जब मार्केट में तेज उतार-चढ़ाव का दौर चल रहा हो और कोई निवेशक अपनी पोजिशन क्लोज या फिर ऑर्डर कैंसिल करना चाह रहा हो. ऐसे में उसे आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है.

‘कभी ना पड़े इस्तेमाल की जरूरत’

माधुरी पुरी बुच ने कहा कि उम्मीद यही है कि इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने की कभी जरूरत ना पड़े. उन्होंने कहा, “इसे हवा में एक पतली रस्सी पर चलने वाले कलाकार के लिए सेफ्टी नेट की तरह समझिए. वह उम्मीद करता है कि उसे कभी इसकी जरूरत ना पड़े लेकिन इसका होना भी अनिवार्य है.”

कैसे करेगा ये काम?

किसी तकनीकी खामी के दौरान कोई निवेशक इसे शुरू करने की मांग कर सकता है. शुरुआती जांच के बाद एक्सचेंज इसे चालू कर देंगे. खुद एक्सचेंज भी इसे शुरू कर सकते हैं. अगर उन्हें लगता है कि कोई तकनीकी खामी हुई है, ऑर्डर में गड़बड़ियां और रही हैं या सोशल मीडिया पर लोग ट्रेडिंग के संबंध में शिकायत कर रहे हैं. जैसे ही इस सेवा को चालू किया जाएगा यह उस निवेशक के सारे ट्रेड्स को डाउनलोड कर लेगा. इसके बाद निवेशक को एसएमएस या ईमेल के जरिए ये ट्रेड्स भेजे जाएंगे. साथ ही उसे IRRA एक्सेस करने के लिए लिंक भी भेजा जाएगा. निवेशक को IRRA में प्रवेश की अनुमति मिल जाने के बाद वह यहां से अपने पैंडिंग ऑर्डर्स को कैंसिल कर सकता है. IRRA से यह काम किसी भी एक्सचेंज और किसी भी सेगमेंट के लिए किया जा सकेगा.