कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में भारत को एक और बड़ा हथियार मिल गया है। अमेरिकी फॉर्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वाली वैक्सीन को भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। जॉनसन एंड जॉनसन ने शुक्रवार को ही सिंगल डोज वाली अपनी वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मांगी थी। इस तरह से यह भारत में उपलब्ध पांचवीं वैक्सीन हो गई है। खास बात यह है कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन सिंगल डोज वाली पहली वैक्सीन है, जिसका इस्तेमाल भारत में किया जाएगा।
मांडविया ने ट्वीट किया, ”भारत ने टीके की अपनी डलिया (बास्केट) को और बड़ा किया। भारत में जॉनसन एंड जॉनसन के एक खुराक वाले कोविड-19 रोधी टीके को आपात इस्तेमाल के लिये मंजूरी मिली। अब भारत के पास आपात इस्तेमाल के लिए पांच टीके हैं। इससे संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में देश के समग्र प्रयासों को और मजबूती मिलेगी।” वहीं, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ”अमेरिका की दवा कंपनी ने अपने टीके के आपात इस्तेमाल की मंजूरी के लिए शुक्रवार को आवेदन दिया था और भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने उसी दिन उसे मंजूरी दे दी।”
Johnson and Johnson’s single-dose #COVID19 vaccine is given approval for Emergency Use in India, tweets Union Health Minister Mansukh Mandaviya pic.twitter.com/52l7zHP7qC
— ANI (@ANI) August 7, 2021
भारत में जिन पांच टीकों को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली है,वे हैं-सीरम इंस्टीट्यूट का कोविशील्ड, भारत बायोटेक का कोवैक्सीन,रूस का स्पूतनिक वी और मॉडर्ना का टीका व जॉनसन एंड जॉनसन का टीका। कोवैक्सीन, कोविशील्ड, मॉडर्ना और स्पूतनिक-वी, ये चारों डबल डोज वाली वैक्सीन है। इनकी मदद से 130 करोड़ के करीब जनसंख्या वाले देश में 50 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं।
जॉनसन एंड जॉनसन ने इससे पहले अपने टीके का 18-60 आयुवर्ग और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के दो समूह में कम से कम 600 लोगों पर तीसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण करने की मंजूरी मांगी थी,ताकि इनके सुरक्षित होने, रिएक्श्न होने आदि के बारे में पता लगाया जा सके, लेकिन कंपनी ने 29 जुलाई को अपना प्रस्ताव वापस ले लिया था।
अधिकारी ने कहा, ”आवेदन क्लीनिकल परीक्षण करने के लिए दिया गया था और जब हमने ढील देने वाले दिशानिर्देश जारी किए, जिसमें हमने कहा था कि अगर आपके पास अन्य देशों के अन्य नियामक निकायों की मंजूरी हो,तो क्लीनिकल परीक्षणों से छूट मिल सकती है और आपात इस्तेमाल को भी मंजूरी दी जा सकती है और परीक्षण बाद में शुरू किए जा सकते हैं, तो अब जब उन्हें इसकी जरूरत नहीं है और उन्होंने आवेदन वापस ले लिया है।
कंपनी ने इससे पहले सोमवार को कहा था कि वह भारत में अपनी एकल खुराक वाली कोविड-19 वैक्सीन लाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस संबंध में भारत सरकार के साथ चल रही चर्चा को लेकर आशान्वित है। कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘जॉनसन एंड जॉनसन प्राइवेट लिमिटेड ने पांच अगस्त 2021 को भारत सरकार के पास अपनी एकल खुराक वाली कोविड-19 वैक्सीन के ईयूए के लिए आवेदन किया।’
बयान में कहा गया कि यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो बायोलॉजिकल ई लिमिटेड के साथ कंपनी के गठजोड़ से भारत के लोगों और बाकी दुनिया को कोविड-19 वैक्सीन की एकल-खुराक का विकल्प देता है। बयान में कहा गया, ”बायोलॉजिकल ई हमारे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा, जो हमारी जॉनसन एंड जॉनसन कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति में मदद करेगा।” आपको बता दें कि भारत जैसे सघन आबादी वाले देश में सिंगल डोज वाली वैक्सीन से कम समय में अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण करने की राह आसान होगी।