सतलोक आश्रम के बाहर बैठे बाबा रामपाल के समर्थक…

हिसार. बरवाला
 सतलोक आश्रम बेशक शहर से चार किलोमीटर दूर है, मगर संत और सत्ता में टकराव की आशंका से इलाके में दहशत का माहौल है। अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल कॉलेज नहीं भेज रहे। भास्कर रिपोर्टर के मुताबिक, अभी भी बाबा को मनाने के प्रयास चल रहे हैं और कभी भी या तो उनकी गिरफ्तारी हो सकती है या फिर वे खुद सरेंडर कर सकते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आश्रम के दोनों तरफ 300 मीटर की दूरी पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हरियाणा के जवान तैयार हैं।
रविवार दोपहर में भाजपा नेता समशेर खड़खड़ और सुरेन्द्र पूनिया ने आश्रम में बाबा रामपाल से मुलाकात की। उधर, पूर्व केद्रीय मंत्री जयप्रकाश बाबा के समर्थकों और पुलिस के आला अधिकारियों से बातचीत कर बीच का रास्ता निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
अभी भी आश्रम की तरफ पुलिस के जवानों से भरी बसों के आने का सिलसिला जारी है। बुल्ट पूफ्र गाड़िया भी आश्रम के आसपास आ कर खड़ी हो गई है। बाबा के हजारों समर्थक भी आश्रम के पास डटे हुए हैं।
भीड़ में नक्सली बिगाड़ सकते हैं माहौल 
चंडीगढ़. हाईकोर्ट ने संत रामपाल को हर हाल में सोमवार को पेश करने को कहा है। हरियाणा पुलिस ने चंडीगढ़ प्रशासन से कहा है कि जरूरत पड़ी तो संत रामपाल को गिरफ्तार करके भी लाया जाएगा। इसके मद्देनजर चंडीगढ़ प्रशासन और पुलिस ने अपने इंतजाम किए हैं। वहीं, मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के जरिए आईबी ने हरियाणा और चंडीगढ़ पुलिस को लेटर भेजकर अलर्ट जारी किया है कि पेशी के दिन समर्थकों की भीड़ में नक्सली माहौल बिगाड़ सकते हैं।
लेटर में कहा गया है कि संत के अनुयायी बिहार, छत्तीसगढ़ और नेपाल बॉर्डर में भी हैं। इसलिए आशंका है कि नक्सली भीड़ में शामिल होकर किसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। इनके पास सिर्फ हथियार ही नहीं आरडीएक्स तक हो सकता है।
एक घंटें में 18 हजार रोटियां सेंकने की मशीन लगी है आश्रम में…
एक घंटें में 18 हजार रोटियां सेंकने की मशीन लगी है आश्रम में सतलोक आश्रम की रसोई की अपनी खासियत है। खाना बनाने के लिए साधकों को पसीना नहीं बहाना पड़ता। संत रामपाल ने आधुनिक रसोई बनवाई हुई है। एक घंटें में 18 हजार रोटियां सेंकने वाली मशीनें लगी है। सब्जियां बनाने के लिए डीजल से संचालित बड़ी भट्ठियां है। मगर अब इस रसोई पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।