700 महिलाओं की मौत पर क्यूं चूप रहे राहुल? : भाजपा

रायपुर
भारतीय जनता पार्टी ने बिलासपुर हादसे पर कांग्रेस द्वारा की जा रही  राजनीति को ओछा करार दिया है। भाजपा महामंत्री शिवरतन शर्मा ने कहा कि प्रदेश में हुई इन दुखद मौतों को खुद के लिए संजीवनी समझ रही हैं, वह दुखद है। श्री शर्मा ने कहा कि इस तरह के अनेक हादसों के समय श्री गांधी जहां विदेशों की सैर करते रहते है, वहीं इस घटना के बाद प्रदेश में आकर राजनीति करने की कोशिश से कई सवाल पैदा होते हैं। वर्ष 2009 से 12 के दौरान-देश भर में नसबंदी के समय 700 महिलाओं की मृत्यु हुई और 400 के लगभग गंभीर रूप से बीमार हुई थी। लेकिन ऐसे किसी मामले में न कभी कांग्रेस शासित सरकारों ने न कोई कदम उठाया और न ही राहुल को भी कभी हस्तक्षेप करने की जरूरत महसूस हुई। प्रदेश में घटना के तुरंत बाद जिस तेजी से प्रदेश सरकार ने कार्रवाई कर पीडि़त महिलाओं के इलाज आदि का इंतजाम किया। चिकित्सकों और दवा सप्लायरों को जेल भेजा उस पर गौर न कर केवल राजनीति करना कांग्रेस उपाध्यक्ष को शोभा नहीं देता। श्री शर्मा ने कहा कि बेहतर हो कि अपने बयानों से राहत कार्य में लगे लोगों का ध्यान भटकाने के बजाय राहुल आपातकाल के दौर को याद करें जब केवल नसबंदी के कारण 2000 से अधिक महिलाओं को अपने जान से हाथ धोना पड़ा था।
शिवरतन शर्मा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से सवाल किया कि जब जम्मू कश्मीर में भीषण मानवीय त्रासदी आई उस समय वे वहां क्यों नहीं गए? वे क्यों सिंगापुर के प्रवास पर गए? चूंकि यहां प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है इसलिए वे यहां राजनीति करने चले आए। आज प्रदेश में जब नसबंदी कांड के पीडि़त परिवारों को मदद के साथ ही ढांढस बंधाने की जरूरत है, तब राहुल गांधी अपनी पार्टी को प्रासंगिक बनाने की फिराक में लगे हैं।
प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि यह निश्चित रूप से एक हृदय विदारक घटना है जो आपराधिक लापरवाही के कारण घटित हुई है। घटना की जानकारी होते ही प्रदेश की संवेदनशील भाजपा सरकार तथा उसके मुखिया डॉ. रमन सिंह ने प्राथमिकता तय करते हुए पीडि़त महिलाओं के जीवन रक्षा के लिए सर्वोत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। साथ ही साथ अपने कर्तव्य पालन में लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदार लोगों को न केवल निलंबित किया गया अपितु ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर पर एफआईआर भी दर्ज हुई और उसकी गिरफ्तारी हुई। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए तथा आज ही उन्होंने दवा सप्लाई करने वाली फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। साथ ही दवा विक्रेता फर्म के संचालक द्वय को भी गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
प्रदेश प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि आकाश से लेकर पाताल तक  हजारों हजार करोड़ के भ्रष्टाचार और घोटाले  करने वाली कांग्रेस को नैतिकता की बातें शोभा नहीं देती। कांग्रेसी आखिर किस मुंह से भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं जबकि   केंद्र में तत्कालीन कांग्रेस गठबंधन सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में फं सी रही। बंद है। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को उस समय यह सब क्यों नजर नहीं आया? उन्होंने कहा कि राहु गांधी ऐसे संवेदनशील मामले पर भी राजनीति कर रहे हैं यह दुखद है। छत्तीसगढ़ की जनता जानती है कि प्रदेश की भाजपा सरकार  ने उनके लिए क्या किया है।