पवार बोले, फड़नवीस सरकार नहीं गिराएगी राकांपा

अलीबाग

एक दिन पहले ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहने की बात कहने वाले शरद पवार ने कहा है कि फड़नवीस सरकार को गिराने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है।

महाराष्ट्र के अलीबाग में राकांपा के दो दिवसीय सम्मेलन के आखिरी दिन बुधवार को पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि उनके बयान को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। पवार ने कहा कि यदि जनता का हित पूरा नहीं होगा तो कोई भी पार्टी जरूरी कदम उठाएगी।

भाजपा सरकार यदि सही फैसले लेने में विफल रहती है तो हम भी कोई कड़ा फैसला लेने को मजबूर होंगे। हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है और जनता के फायदे के लिए हमें सड़क पर उतरने से भी परहेज नहीं है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम सरकार को अस्थिर करने जा रहे हैं।

मार्केटिंग में मोदी लाजवाबः

पवार ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि छोटी से छोटी चीजों की मार्केटिंग में भी मोदी को कोई हरा नहीं सकता।

आजकल जनधन योजना के बारे में मोदी जोरशोर से बातें कर रहे हैं। लेकिन, पता चला है कि इस योजना के तहत खोले गए 74 फीसद खातों में एक भी रुपया नहीं है। हमें यह भी स्वीकार कर लेना चाहिए कि मीडिया का इस्तेमाल करने में भी मोदी का कोई जवाब नहीं है।

पवार पर बरसी शिवसेनाः

मुंबई। देवेंद्र फड़नवीस सरकार को बाहर से समर्थन देने के बावजूद मध्यावधि चुनाव की बात करने पर शिवसेना ने शरद पवार को आड़े हाथों लिया है। शिवसेना ने कहा कि पवार संदेह की राजनीति कर रहे हैं। पार्टी मुखपत्र सामना में बुधवार को छपे संपादकीय में राकांपा अध्यक्ष पर राज्य में अल्पमत सरकार होने का फायदा उठाने का आरोप लगाया गया।

संपादकीय के अनुसार, पवार अपने 41 विधायकों के बल पर सरकार का भविष्य अपने हाथ में रखना चाहते हैं। अस्थिर सरकार पवार की राजनीति का आधार है। लेकिन राज्य की राजनीति की जो तस्वीर वे खींच रहे हैं, वह हास्यास्पद है।