सांसद आदर्श ग्राम योजना: कार्यशाला में शामिल हुए पंचायत मंत्री श्री अजय चन्द्राकर

रायपुर, 19 नवम्बर 2014

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर यहां पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान, निमोरा में ‘सांसद आदर्श ग्राम योजना’ के क्रियान्वयन के संबंध में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में शामिल हुए। कार्यशाला का शुभारंभ महाराष्ट्र की आदर्श ग्राम पंचायत हिवड़े बाजार के उप सरपंच और सांसद आदर्श ग्राम योजना की केन्द्रीय क्रियान्वयन समिति के सदस्य श्री पोपट राव पवार ने किया। श्री पवार को आदर्श गांव के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र के 100 गांवों को आदर्श ग्राम बनाने की जिम्मेदारी दी है। पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री एम. के. राउत, सचिव श्री पी.सी. मिश्रा, आदर्श ग्राम योजना के लिए चयनित ग्राम पंचायतों के सरपंच, उपसरपंच और पंचायत सचिव सहित विभाग के अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यशाला में उपस्थित थे।
पंचायत मंत्री श्री चन्द्राकर ने कार्यशाला में बताया कि छत्तीसगढ़ में गांवों को आदर्श एवं निर्मल बनाने के लिए राज्य सरकार ने पहले से ही विशेष कानूनी प्रावधान किए हैं, जिनमें शौचालय निर्माण को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके अलावा पंचायत प्रतिनिधि को साक्षर होना अनिवार्य किया गया है तथा प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्रामीणों की आकस्मिक जरूरतों के लिए कम से कम एक क्विंटल चावल सुरक्षित रखना भी अनिवार्य है। श्री चन्द्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रत्येक गांव को आदर्श बनाया जाएगा। महाराष्ट्र से आये उप सरपंच श्री पोपट राव ने बताया कि उनका गांव हिवड़े बाजार पहले काफी पिछड़ा हुआ था। उस गांव में वह दूसरों की तुलना में कुछ अधिक पढ़े-लिखे थे। गांव के लोगों ने उन्हें सरपंच बनाने की मंशा प्रकट की। सन् 1989 में पंचायत चुनाव हुआ और वह सरपंच बन गए। सरपंच बनने के बाद उन्होंने सर्वप्रथम जल ग्रहण मिशन के सहयोग से गांव में जल सरक्षण की दिशा में कारगर काम किया। फिर स्कूल शिक्षा को गुणवत्ता पूर्ण बनाने का प्रयास शिक्षकों के सहयोग से किया। उन्होंने ग्रामीणों के सहयोग और जनता की राय लेकर राशन वितरण प्रणाली, आंगनवाड़ी संचालन, स्वास्थ्य सेवाएं को व्यवस्थित किया।
श्री पवार ने बताया कि उन्होंने ‘ग्राम सभा’ को अधिक मजबूत किया। उन्होंने गांव में सभी लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया। जिससे गांव से पलायन हुए ग्रामीण वापस गांव आ गए। श्री पवार ने गांव वालों के सहयोग से एक आदर्श गांव का उदाहरण प्रस्तुत किया। श्री पवार के इन्ही प्रयासों के लिए हिवड़े बाजार को राष्ट्रपति पुरस्कार मिला। श्री पवार ने बताया  कि उनके गांव में देश-विदेश से प्रतिनिधि, मंत्री, सांसद, विधायक जैसे लोगों का आना-जाना लगा रहता है। अभी तक 112 देश के प्रतिनिधियों ने हिवडे़ बाजार का अवलोकन कर चुके है। श्री पवार ने बताया कि उनके ग्राम पंचायत में प्रति वर्ष दो लाख रूपयें की आमदनी हो रही है, इस राशि का उपयोग गांव के विकास में किया जाता हैं। श्री पवार ने बताया कि उन्होंने बच्चों को व्यसन से दूर करने के लिए बच्चों का भी बचत समिति बनाकर खाता खोला हैं, जिससे बच्चें में पैसे बचत करने की प्रवृति बढ़ी है और व्यसन से भी दूर है। अब तक बच्चों द्वारा चौदह लाख रूपये तक की बचत की गयी है। श्री पवार ने बताया कि हिवड़े बाजार को आज ग्रामीणों के सहयोग, सम्मति एव आदर्श की नीति के परिपालन और ग्राम सभा के मजबूत शक्ति प्रदान करने के नाम से देश दुनिया मे सम्मान मिल रहा है।