नोटबंदी के बाद सरगुजा कलेक्टर ने अस्पताल का क्यों किया निरीक्षण….पढ़िए

 fatafatnews.com  ने होलीक्रास अस्पताल द्वारा नोट ना लिए जाने की खबर की थी प्रकाशित 
अम्बिकापुर
कलेक्टर  भीम सिंह ने आज जिला मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल, हॉलीक्रॉस अस्पताल एवं जीवन ज्योति अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण करते हुए अस्पताल प्रबंधन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मरीजों से पुराने 500 एवं 1000 के नोट लेने के निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि शासन के निर्देषानुसार 14 नवम्बर तक मरीजों से पुराने नोट स्वीकार किये जायें। कलेक्टर ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. घनष्याम सिंह को निर्देषित किया कि अम्बिकापुर स्थित अस्पतालों, नर्सिंग होम आदि का नियमित निरीक्षण करते हुए निर्देषों का उल्लघन करने वाले अस्पतालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही कर कलेक्टर कार्यालय को अवगत करायें।गौरतलब है की नोट बंदी के बाद होलीक्रास स्कूल में मरीजो से पांच सौ हजार के नोट नहीं लिए जाने से मरीज परेसान थे और fatafatnews.com के हस्ताक्षेप के बाद अस्पताल एड्मिनिस्ट्रेसन ने नोट लिए जाने के निर्देश दिए थे लिहाजा अब कलेक्टर ने भी अस्पतालों का निरिक्षण कर ऐसा करने वाले अस्पतालों पर कार्यवाही की बात कही है।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल एवं हॉलीक्रॉस अस्पताल के निरीक्षण के दौरान मरीजों एवं उनके परिजनों बताया कि 500 एवं 1000 रूपये के नोट लिये जा रहे हैं, किन्तु जीवन ज्योति अस्पताल में भर्ती मरीजों ने बताया कि प्रबंधन द्वारा 500 एवं 1000 रूपये के नोट नहीं लिये जा रहे हैं। कलेक्टर द्वारा कैष काउन्टर में उपस्थित अनूप कुमार से पूछने पर उसने बताया कि 500 एवं 1000 के नोट लिये जा रहे हैं, किन्तु मरीजों ने बताया कि पुराने नोट बिल्कुल नहीं लिये जा रहे हैं तथा नये नोट लाकर जमा करने के लिए बाध्य किया जा रहा है। कलेक्टर ने अनूप कुमार के द्वारा झूठ बोलने पर कड़ी फटकार लगायी। उन्होंने मरीजों को पुराने नोट नहीं लिये जाने के संबंध में बयान दर्ज कराने के निर्देष दिये। इसके पष्चात् रेसिडेन्ट डॉ. ए.के. जैन की उपस्थिति में मरीजों से 500 एवं 1000 हजार के नोट प्रबंधन द्वारा जमा कराये गये। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि जिन अस्पतालों द्वारा शासन के निर्देषों का पालन नहीं किया जायेगा, उनके विरूद्ध जुर्माना सहित नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
मिषन हॉस्पिटल की प्रषासक सिस्टर डायना ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा 500 एवं 1000 हजार के नोट लिये जा रहा है, किन्तु कुछ लोगों द्वारा 30-40 रूपये के लिए 500 रूपये का नोट देकर छोटे नोट मांगकर परेषान किया जाता है। उन्होंने बताया कि अस्पताल के समीप रहने वाले सुदर्षन नामक व्यक्ति द्वारा बार-बार बड़े नोट देकर छोटे नोटों की मांग करते हुए प्रबंधन को परेषान किया जाता है। सिस्टर डायना ने बताया कि अस्पताल में बेहतर व्यवस्था सुनिष्चित करने के उद्देष्य से ऑटो चालकों को अपने वाहन बाहर खड़े रखने कहा जाता है, किन्तु कुछ ऑटो चालक निर्देषों का उल्लंघन करते हुए ऑटो को अस्पताल परिसर में रखते हैं। कलेक्टर ने लोगों को अस्पताल प्रबंधन से सहयोग करने के निर्देष दिये। उन्होंने सिस्टर डायना से कहा कि अनावष्यक रूप से परेषान करने वाले लोगों के विरूद्ध तत्काल रिपोर्ट दर्ज करायें, संबंधितों पर तत्काल कार्यवाही की जायेगी।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सर्जिकल एवं आर्थोपेडिक वार्ड का निरीक्षण
श्री भीम सिंह ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सर्जिकल एवं आर्थोपेडिक अस्पताल का निरीक्षण करते हुए अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधीक्षक डॉ. घनष्याम सिंह ने अस्पताल में पर्याप्त साफ-सफाई रखने तथा मरीजों को सभी दवाइयां निःषुल्क उपलब्ध कराने के निर्देष दिये। उन्होंने वार्ड में भर्ती कदनई ग्राम के सुखुराम, बतौली के अनूज गुप्ता, रघुनाथपुर के सुखदेव से अस्पताल में मिलने वाली दवाइयों के बारे में पूछताछ की। अस्पताल में दवाई उपलब्ध होने के बावजूद डॉ. षिवहरे द्वारा भर्ती मरीज छोटे लाल से बाजार से दवाई क्रय कराने पर कलेक्टर ने डॉ. घनष्याम सिंह से संबंधित मरीज को दवा की राषि संबंधित डॉ. से वापस कराने के निर्देष दिये हैं। इस अवसर पर डॉ. जे.के. रेलवानी, डॉ. सरिता सिंह, डॉ. अलका सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।