फसल बीमा योजना की सौगात देकर प्रधानमंत्री नें इतिहास कायम किया है : अखिलेश

अम्बिकापुर

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के किसान भाईयों को त्यौहारौं के उपलक्क्ष पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की सौगात देकर इतिहास कायम किया है क्योंकि अब तक देश मेें किसानों के लिए इतनी व्यापक, सुरक्षित व योजनाबद्ध तरिके से कोई फसल बीमा योजना भारत सरकार द्वारा नहीं लाई गई थी। ये जनकारी भाजपा जिला अध्यक्ष अखिलेश सोनी ने दी है।

जिलाध्यक्ष अखिलेष सोनी जी ने बताया कि कृषि संस्कृति हमारे देश व प्रदेश की सबसे बड़ी विशेषता है किसानों के लिए यह फसल बीमा योजना सुरक्षा व सुरक्षित भविष्य तो सुनिश्चित करता ही है साथ ही साथ किसानों पर आश्रीत पूरी अर्थव्यवस्था को भी मजबुती प्रदान करेंगा। श्री सोनी नें बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रीमण्डल में यह एतिहासिक निर्णय लेते हुए किसानों के जीवन में अनिष्चिता और असुरक्षा की भावना को खत्म कर किसानों व कृषि अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ता प्रदान करने के लिए भारत सरकार द्वारा एतिहासिक कदम उठाया गया है।

अखिलेश सोनी ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पहले से कम प्रिमियम पर अधिक बीमा दावा राषि को तत्काल निराकरण कर बीमा धारक को दावा राषि दिए जाने की योजना है। पूर्व में कृषि बीमा के अन्तर्गत देष के 23 प्रतिषत् किसानों तक ही पहुंच पाये थे। जबकि नई बीमा योजना में यह कवरेज शत्प्रतिषत किया जाएगा। नई बीमा योजना में किसानों को अधिकतम बीमा प्रभार, बीमित राशि का दो प्रतिशत ही देना होगा साथ ही बीमित राशि फसल के शत् प्रतिषत नुकसान पर, शत् प्रतिषत ही भुगतान होगी, जबकि यह पूर्व की कृषि बीमा योजना में ऐसी सुविधा उपलब्ध नही थी। अर्थात् 30 हजार बीमित राषि पर किसान को मात्र छः सौ रूपये प्रिमियम देना होगा शेष राशि सरकार द्वारा दी जायेगी तथा नुकसान की दशा में शत प्रतिशत तीस हजार रूपये की दावा राशि किसानों को प्राप्त होगी इस प्रकार जहां किसानों को नौ सौ के जगह घटकर छः सौ रू. प्रिमियम हो गया, उसी प्रकार दावा राशि भी पन्द्रह हजार रू. से बढ़कर तीस हजार रू. तक हो गई है। जो कि अलग-अलग फसल दावा बीमा राषि पर इसी के तुलनात्मक प्रिमियम और भुगतान होगा।

भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेष सोनी ने आगे बताया कि पूर्व बीमा योजना में भुस्खलन, ओलावृष्टि एवं जल भराव को स्थानीय आपदा मानकर गांवों एवं समुहों के कुल नुकसान के आधार पर ही दावा राषि तय होती थी जबकि नई फसल बीमा योजना में उक्त आपदा व निचले स्तर पर खेती करने वालों के लिए जल भराव जैसी अघोषित नुकसान पर व्यक्तिगत आधार पर सर्वे व आकलन कर दावा राषि प्रदान की जाएगी। साथ ही फसल कटाई के 14 दिन के अन्दर काटे गये फसल पर आपदा के कारण होने वाले नुकसान पर दावा राषि का भुगतान किया जाएगा नई तकनीक के माध्यम से मोबाईल अपलोडिंग के माध्यम से, समस्त फसल रकबा कटाई, नुकसान, मृदा जांच जैसे महत्वपूर्ण जानकारियों को केन्द्रीकृत करने की भी योजना है।

छत्तीसगढ़ के अन्तर्गत रहने वाले किसानों को कृषि हेतु छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा दिये जा रहे अनुदान प्राप्त नलकुप, किसान समृद्धि योजना के अन्तर्गत दिये जा रहे अनुदान, किसान को दिये जा रहे निःषुल्क बिजली, दलहन, तिलहन के लिए दिये जा रहे अनुदान, का लाभ छत्तीसगढ़ में कृषि रकबा में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के आने से छत्तीसगढ़ के किसानों को कृषि के क्षेत्र में आत्म निर्भर एवं सुरक्षित बनाने के लिए उठाया गया एक एतिहासिक कदम है। जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है।