हेरिटेज विलेज के रूप में विकसित होगा महेशपुर

  • विरासत ग्राम के रूप में विकसित होगा महेशपुर 
  • पुरातात्विक स्वरूप देने 3.25 करोड़ स्वीकृत
अम्बिकापुर
सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखण्ड अन्तर्गत आने वाले ऐतिहासिक, पुरातात्विक एवं धार्मिक रूप से ख्यातिलब्ध ग्राम महेशपुर को राज्य शासन के पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग द्वारा हेरिटेज विलेज अर्थात् विरासत ग्राम के रूप में विकसित किया जायेगा। पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग के संचालक श्री राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि इस क्षेत्र को पुरातनकालीन स्वरूप प्रदान करने के लिए वर्तमान में 65 लाख रूपये तथा कुल 3 करोड़ 25 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई हैं। इस हेतु सभी प्रारंभिक शासकीय प्रक्रियाएं पूरी करते हुए कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। पुरातात्विक एवं धार्मिक महत्व के स्थलों को उनके पुरातनकालीन स्वरूप को ध्यान में रखकर ही विकसित किया maheshpur 2जायेगा। इसके लिए पुरातत्व विभाग के विशेषज्ञ एवं पत्थर की नक्काशी कर पुरातात्विक स्वरूप को यथावत रखने वाले जानकार लोगों के माध्यम से कार्य कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी पुरातात्विक एवं धार्मिक स्थलों का विकास सातवीं एवं आठवीं शताब्दी के वास्तुषिल्प तथा संस्कृति के अनुसार विकसित किया जा रहा है, ताकि पुरातात्विक स्मारको को यथावत संरक्षित किया जा सके।
मास्टर प्लान के अनुसार होगा कार्य
संचालक श्री चतुर्वेदी ने बताया कि महेषपुर ग्राम में स्थित सभी पुरातात्विक एवं धार्मिक स्थलों के सर्वागीण विकास हेतु मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। इसके तहत् इस क्षेत्र में विद्युत, पेयजल, शौचालय, पार्किंग, भोजनालय, पैगोड़ा, मंच निर्माण सहित सभी आवष्यकताओं के लिए भूमि का चिन्हांकन कर कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा। कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने विद्युत कनेक्षन हेतु पुरातत्व विभाग के अधिकारियों से विद्युत विभाग को शीघ्र आवेदन करने कहा है। उन्होंने बैठक में उपस्थित विद्युत अधिकारी को निर्देशित किया कि आवेदन प्राप्त होते ही इस स्थल पर विद्युत कनेक्शन प्रदान करना सुनिश्चित करें। जनप्रतिनिधियों ने गुणवत्तायुक्त विद्युत की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उदयपुर की ओर से आने वाले विद्युत लाईन से कनेक्शन देने का आग्रह किया।
पेयजल के लिए सोलर पम्प
महेषपुर में वर्तमान में विद्युत के लो वोल्टेज को दृष्टिगत रखकर सोलर पम्प के माध्यम से जल की उपलब्धता सुनिष्चित करने पर विचार किया गया। कलेक्टर ने बताया कि लगभग 10 लाख की लागत से सोलर पम्प के द्वारा पेयजल, निस्तार, रेस्टोरेंट एवं शौचालय आदि के लिए पर्याप्त मात्रा में जल की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकती है। पर्यटन विभाग के संचालक श्री एम.टी. नन्दी ने बताया कि इस हेतु राषि उपलब्ध करा दी जायेगी।
maheshpur 3तालाब का गहरीकरण एवं सौन्दर्यीकरण
 बैठक में बताया गया कि समीप स्थित तालाब का गहरीकरण एवं सौन्दर्यीकरण किया जायेगा। कलेक्टर श्रीमती सैन ने बताया कि तालाब के गहरीकरण हेतु महात्मा गाॅधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना कार्य की स्वीकृति प्रदान कर दी जायेगी। श्री चतुर्वेदी ने बताया कि तालाब के सौन्दर्यीकरण का कार्य पुरातत्व विभाग के द्वारा कराया जायेगा। इसके समीप ही स्वल्पाहार एवं भोजन आदि के लिए रेस्टोरेंट का निर्माण भी कराया जायेगा।
साईन बोर्ड लगाने के निर्देष
संचालक श्री चतुर्वेदी ने बताया कि मुख्य मार्ग से महेशपुर तक जाने के लिए साईन बोर्ड लगाये जायेंगे ताकि आगन्तुको को मुख्य स्थल आने मे किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने बताया कि यह कार्य तत्काल पूर्ण करा लिया जायेगा।
संग्रहालय का निर्माण
संचालक ने बताया कि महेषपुर में 45 लाख की लागत से संग्रहालय का निर्माण भी कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि अम्बिकापुर स्थित संग्रहालय के मरम्मत का कार्य 26 जनवरी के बाद तत्काल प्रारंभ कराया जायेगा।
आगंतुक पंजी संधारण के निर्देषCNvruM7U8AAxipp
पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों तथा ग्राम पंचायत के लोगों द्वारा महेषपुर आने वाले लोगों हेतु पंजी का संधारण किया जा रहा है, इस पंजी में आने वाले लोगो के बारे में जानकारी दर्ज की जाती है।
भूमि चिन्हांकन के निर्देष
कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने तहसीलदार, वन परिक्षेत्राधिकारी, राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी को पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित किये जाने वाले स्थानों का चिन्हांकन एवं सीमांकन करने के निर्देष दिये है। उन्होंने कहा कि वन अधिकार पत्र तथा अन्य किसी कार्य हेतु भूमि आबंटन करते समय यह ध्यान रखे कि उसमें ये स्थल शामिल न हों।
बैठक में जनपद अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह, उपाध्यक्ष श्री राजीव सिंह, सरपंच श्री भूलन राम, उप सरपंच श्रीमती शुभ््राा सिंह देव सहित अन्य जनप्रतिनिधि, पुलिस अधीक्षक श्री आर.एस.नायक वनमण्डलाधिकारी मोहम्मद शाहिद, सहायक कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाष चैधरी, उपसंचालक श्री राहुल सिंह, पुरातत्ववेत्ता श्री जी.एल.रायकवार, तहसीलदार श्रीमती शारदा अग्रवाल, जनपद सी.ई.ओ. श्री नानसाय मिंज, बी.ई.ओ. श्री ए.के. भारद्वाज सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी तथा स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे।