छत्तीसगढ़ : कान की मशीन लेकर मंत्री अमरजीत के बंगले में पहुंच गए नेता, शराब की खाली शीशियां लेकर गाना बजाया ‘नींबू चाट ले राजा..’

जनता कांग्रेस नेताओं ने रविवार को मंत्री अमरजीत भगत का बंगला घेर दिया। वो प्रदेश के संस्कृति मंत्री को सुनने वाली मशीन तोहफे में देना चाहते थे। बड़ी तादाद में जनता कांग्रेस युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं की मौजूदगी देखकर फौरन मौके पर पुलिस भी आ पहुंची। रायपुर के मेग्नेटो मॉल के पास मंत्री का सरकार आवास है। यहां रविवार की दोपहर जनता कांग्रेस नेताओं का जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। जब पुलिस ने उन्हें मंत्री के घर तक जाने से रोका तो सभी सड़क पर बैठकर धरना देने लगे। काफी देर तक अफसर नेताओं को रास्ते से हटाने का प्रयास करते रहे, मगर जनता कांग्रेसी नहीं माने।

अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू की अगुवाई में पार्टी के कार्यकर्ता यहां पहुंचे थे। मंत्री चूंकि रायपुर में नहीं थे तो युवा नेताओं ने रायपुर जिले के नायब तहसीलदार दीपक भारद्वाज को श्रवण यंत्र भेंट किया और कहा कि ये मंत्री अमरजीत भगत को दे दें। इस दौरान हाथों में प्रतीकात्मक रूप से शराब की खाली शीशीयां लेकर छत्तीसगढ़ी गाने नींबू चाट ले राजा… बजाते हुए जनता कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया।

प्रदीप साहू ने कहा कि जनता के मुद्दों पर कांग्रेस की सरकार बहरी हो गई है तभी तो मीडिया के सवाल मंत्री को सुनाई नहीं दे रहे। मंत्री अमरजीत भगत के द्वारा पत्रकारों के द्वारा पूछे गए शराबबंदी के सवाल को अनसुना और अनदेखा कर सवाल सुनाई नहीं देने की बात कहकर टाल देना छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता के साथ कुठाराघात और धोखा है। सत्ता में आते ही कांग्रेस शराबबंदी का वादा भूल गई, शराबबंदी आज प्रदेश में मात्र एक जुमला बनकर रह गया है, छत्तीसगढ़ के युवा पीढ़ी आज नशे की गिरफ्त में हैं, छत्तीसगढ़ आज शराब का गढ़ बन गया है। सरकार को जनता की तकलीफ नहीं दिखती जरूरत पड़ी तो जल्द ही सरकार के मंत्रियों को हम चश्मा भी देंगे।

हाल ही में प्रदेश के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत राजनांदगांव के जिले के प्रभारी मंत्री बनाए गए हैं। इसके बाद वे पहली बार जिले के प्रवास पर पहुंचे थे। उनका जगह-जगह स्वागत हुआ। फिर डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी की विधि-विधान से पूजा अर्चना की। प्रदेश की खुशहाली, अच्छी बारिश व अच्छी फसल की कामना भी की। इसके बाद पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछ लिया कि आप संस्कृति मंत्री हैं। शराब से संस्कृति भ्रष्ट हो रही। आप क्या कहेंगे? इस पर मंत्री जी ने जवाब दिया कि उन्हें सुनाई ही नहीं दिया।