बलरामपुर.. (कृष्णमोहन कुमार).. जिले में प्रशासन और सफेद पोश लोगो की मिलीभगत से इन दिनों रेत का अवैध परिवहन धड़ल्ले से जारी है..और रेत माफिया शशांक सिंह के आगे जिला प्रशासन भी पूरी तरह से नतमस्तक दिखाई पड़ रहा है.. वही अवैध रेत के परिवहन की खबर लिखने में पत्रकारों के कलम की स्याही भी शायद सूख चुकी है..
दरअसल पूरा मामला रेत के अवैध परिवहन से जुड़ा है ..जानकारी के मुताबिक सूरजपुर जिले के रेड नदी से रेत का उत्खनन कर रोजाना 50 से 100 ओवरलोड ट्रक बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर पुलिस चौकी और बसंतपुर थाने के सामने से होकर अंतरराज्यीय खनिज और परिवहन जाँच नाका धनवार से गुजर रही है.. जिसके कारण जिले से होकर गुजरने वाली अम्बिकापुर -बनारस मार्ग खराब हो ही रही है.. साथ मे शासन को राजस्व का चुना भी लग रहा है ..लेकिन इन सब बातों से जिम्मेदार अधिकारियों को शायद कोई परवाह ही नही है..
वही रेत माफिया के हाई प्रोफ़ाइल सेटिंग और पैसे के आगे जिम्मेदार अधिकारी भी अपने जिम्मेदारियों से बचते -बचाते नजर आ रहे है..जिले के धनवार स्थित आरटीओ जांच नाके में रेत से लदे सैकड़ो ओव्हरलोड वाहन रोजाना गुजर रहे है.. लेकिन जांच नाके में मौजूद जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी कार्यवाही करने में कोई दिलचस्पी ही नही दिख रहे है ..जिससे यह परिलक्षित होता है..कि रेत माफिया के आगे सरकारी तंत्र पूरी तरह से नतमस्तक है।
“एसपी रामकृष्ण साहू के मुताबिक़ ओवरलोड परिवहन पर कार्रवाई के लिए खनिज, राजस्व, आरटीओ और पुलिस की संयुक्त टीम बनायी गयी है। जैसे सूचना मिलेगी कार्रवाई करेंगे।”
“धनवार आरटीओ चेकपोस्ट में पदस्थ निरीक्षक तुलसी भगत से ओवरलोड वाहनों के संबंध जानकारी लेने की कोशिश की गयी। तो बिना कुछ जानकारी दिए बनारस चले गए।”