अब लिपिक आंदोलन की राह पर..कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर सौंपेंगे ज्ञापन


बलरामपुर..छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर राज्य भर के लिपिक कल 5 फरवरी को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपेंगे..


प्राप्त जानकारी के अनुसार 17 फरवरी 2018 को मुख्यमंत्री ने लिपिकों के प्रांतीय अधिवेशन के दौरान बिलासपुर में लिपिकों के वेतन विसंगति के निराकरण की घोषणा किया था। लेकिन दो साल व्यतीत होने के बावजूद उस घोषणा का क्रियान्वयन नहीं हो पाया है, जिसके कारण प्रदेशभर के लिपिक व्यथित एवं आक्रोशित हैं। इसी क्रम में ध्यानाकर्षण हेतु 5 फरवरी को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा जायेगा, एवं 17 फरवरी को प्रदेशभर के हजारों लिपिक रायपुर में मंत्रालय का घेराव करेंगे..


बलरामपुर जिलाध्यक्ष रमेश तिवारी ने बताया की मात्र 30 करोड़ की राशि वार्षिक बजट में प्रावधानित करने से लिपिकों की पीड़ा दूर की जा सकती है। विगत दिनों माननीय मुख्यमंत्री के बलरामपुर प्रवास के दौरान उनसे मिलकर बजट में लिपिकों हेतु 30 करोड़ का प्रावधान करने के लिये निवेदन किया गया था। जिस पर उन्होंने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुये आश्वस्त किया था।
कोरोना संकट के बहाने सरकार कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है, जबकि पूरे कोरोना काल मे कर्मचारियों ने जान की बाजी लगाकर निरंतर काम किया है। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा दो वर्ष पूर्व हुई घोषणा के बावजूद अब तक लिपिकों के वेतनमान सुधार की दिशा में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। लिपिक संघ द्वारा ध्यानाकर्षण हेतु 5 फरवरी को जिला स्तर पर भोजनावकाश के दौरान प्रदर्शन एवं 17 फरवरी को हजारों लिपिकों द्वारा मंत्रालय का घेराव करने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान समस्त लिपिकों से कोविड19 के गाइड लाइन का पालन करते हुये मास्क व अन्य सुरक्षा उपाय अपनाने की अपील की गई है।