सरगुजा :कांग्रेस में एक बार फिर दिखी गुटबाजी..एक धड़े ने कराया काम बंद..तो दूसरे ने कराया काम शुरू..कांग्रेस भवन निर्माण को लेकर मचा बवाल!..

सरगुजा..अम्बिकापुर मे बन रहे राजीव भवन कांग्रेस कार्यालय का काम लॉक डाउन मे भी काफी तेजी से हो रहा है… प्रभारी मंत्री शिव डहरिया के मार्गदर्शन मे बन रहे इस कार्यालय मे मंगलवार को अचानक बवाल मच गया.. बवाल इस बात को लेकर था कि कांग्रेस की धडे ने कांग्रेस कार्यालय का काम रुकवा दिया.. लेकिन कांग्रेस का दूसरा गुट काम चालू करवाने पहुंच गया.. हालाकि कांग्रेस कार्यालय का काम कुछ देर तक तो रूका रहा.. लेकिन बाद मे कुछ आपसी समझौते के साथ काम फिर से शुरु हो गया.. लेकिन इस दौरान कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर सतह मे दिखी…

अम्बिकापुर के घडी चौक के राजीव भवन नाम से तीन मंजिला कांग्रेस भवन बन रहा है…. जिसका काम लॉक डाउन के दौरान काफी तेजी से चल रहा है.. लेकिन आज मंगलवार को जब तीसरे मंजिल की ढलाई का काम चल रहा था कि तभी कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता अपने दल बल के साथ निर्माण स्थल पर पहुंचे और काम को बंद करा दिया.. श्री गुप्ता ने काम बंद कराने के पीछे किसी राजनैतिक कारण से इंकार करते हुए कहा कि कांग्रेस भवन की छत ढलाई के दौरान जिस गिट्टी का उपयोग किया जा रहा था.. वो गुणवत्ता विहीन थी.. मतलब 20 एम एम की गिट्टी टूटी और मिट्टी मिक्स है…

जिला अध्यक्ष के काम बंद कराने की सूचना कांग्रेसियो के बीच जंगल की आग की तरह पहुंची.. फिर क्या था.. दूसरे मंत्री के गुट के कांग्रेस नेता एक एक करके निर्माण स्थल पर इकट्ठा होने लगे.. लेकिन मीडिया को देख आपस मे चल रही तनातनी तो शांत हो गई.. पर जिले के दूसरे मंत्री के गुट के नेताओ ने काम रूकवाने के कारण उचित नहीं ठहराया.. उनके मुताबिक कांग्रेस भवन को बनाने वाला ठेकेदार खुद इंजीनियर है.. इतना ही नहीं मंत्री के खास सिपेसलार के मुताबिक इतने बडे निर्माण मे इस तरह की छोटी छोटी कमी रहती है.. जिसको नजर अंदाज भी किया जा सकता था..

खराब गिट्टी को मुद्दा बनाकर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने काम भी रुकवाया और कुछ घंटो मे ही उनके हिसाब से सही गिट्टी बुलाकर काम भी शुरु करवा दिया गया… लेकिन दबी जुबान ही सही लेकिन जिले के दूसरे मंत्री के लोगो का कहना है कि उनके मंत्री के योगदान के कारण कांग्रेस भवन निर्माण की रफ्तार काफी तेज है.. जो काम रूकवाने का असल कारण है… बहरहाल ये कांग्रेस का अंदरूनी मामला हो सकता है.. लेकिन ये तो सच है कि कांग्रेस भवन के बहाने ही सही कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर सार्वजनिक हुई है…