चोरी का बाइक खरीददार पकड़ाया.. एसआई ने बिना कार्रवाई के छोड़ा

अनिल उपाध्याय, सीतापुर। विगत काफी समय से नगर सहित पूरा क्षेत्र बाइक चोरो के आतंक से परेशान है। वही कुछ पुलिसवाले इसमे भी अपना जुगाड़ बनाकर चल रहे है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जिसमे चोरी का बाइक खरीदने वाले को पुलिस ने बाइक समेत गिरफ्तार किया, किंतु उस मामले की जाँच कर रहे उप निरीक्षक ने इसमे भी अपना जुगाड़ बना चोरी का बाइक खरीदने वाले को बिना कार्रवाई के छोड़ दिया।

बताया जा रहा कि उक्त बाइक 9 हजार में खरीदी गई थी और इस मामले से अपने आपको बचाने के लिये उसे दोगुना राशि खर्च करना पड़ा। उपनिरीक्षक की इस कार्रवाई से चोरो का शिकार बने लोगो मे काफी आक्रोश है। उन्होंने जाँच अधिकारी के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुये कहा कि इससे अपराध को बढ़ावा मिलेगा और ग़ैरकानूनी कार्य करने वालो का हौसला बढ़ेगा। जाहिर है कि इस तरह की कार्यप्रणाली से पुलिस की छवि पर बुरा असर पड़ता है और हुआ भी यही। शहर में इस तरह की कार्रवाई को लेकर तरह तरह की चर्चाओ के साथ जाँच अधिकारी की भूमिका पर सवाल खड़े होने लगे। चोरी की बाइक खरीदने वाले को बिना कार्रवाई के थाने से छोड़ कर जाँच अधिकारी ने अपने पीछे कई सवाल खड़े कर दिये है।       

विदित हो कि नगर में सक्रिय बाइक चोर गिरोह विगत कई दिनों से नगर के विभिन्न क्षेत्रों से सिलसिलेवार बाइक चोरी की घटना को अंजाम देकर लोगो के लिये परेशानी का सबब बन गए है। बढ़ती चोरी की वारदात और इस मामले में पुलिस के खाली हाथ ने लोगो के अंदर जानमाल के प्रति असुरक्षा की भावना बढ़ा दी है। एक से डेढ़ माह के अंदर चोर गिरोह ने शहर के अंदर कोऑपरेटिव बैंक तहसील कार्यालय, पुरानी बस्ती सहित आसपास के क्षेत्र से आधा दर्जन से अधिक बाइक पार करते हुये ठिकाने लगा दिये है। जिसका कोई आता पता नही है।

इसी बीच चोरी की बढ़ती घटनाओं के लेकर पतासजी में जुटी पुलिस को चोरी का हौंडा शाइन बाइक खरीददार का पता चला। जिसे पुलिस ने ग्राम भीठुवा से बाइक समेत गिरफ्तार कर थाने ले आई और बाइक को जब्त कर आरोपी को थाने में बैठा दिया।बाइक चोरो का शिकार बने लोगो को जब चोरी की बाइक पकड़े जाने की खबर मिली तो वो काफी खुश हुये थे, किंतु इस मामले की जाँच कर रहे उप निरीक्षक संदीप कौशिक ने लोगो की खुशी की परवाह न करते हुये ऐसे गंभीर मामले में भी जुगाड़ बनाकर देर शाम बिना कार्रवाई किये चोरी की बाइक खरीदने वाले को छोड़ दिया।

उप निरीक्षक की इस कार्यप्रणाली से शहर में चर्चा का दौर शुरू हो गया है। लोग तरह तरह की चर्चा करने लगे है। साथ मे पुलिस की भूमिका भी सवालो के घेरे में आ गई है, लोगो का कहना है कि चोरी का सामान खरीदने वाला भी चोर जितना ही गुनाहगार होता है। अगर ऐसे मामलों में भी पुलिस का रवैया ढीलाढाला रहा, तो इससे अपराध को बढ़ावा मिलेगा और गैर कानूनी काम करने वालो का हौसला बढ़ेगा।

इस संबंध में उप निरीक्षक संदीप कौशिक ने बताया चोरी का बाइक खरीदने वाले को बाइक समेत पकड़ कर थाने लाया गया था। इस मामले में उसके विरुद्ध कोई कार्रवाई नही बनती थी। इसलिये उसे थाने से बिना कार्रवाई के छोड़ दिया गया।