दो घंटे दौड़ाकर पकड़ी गई पिकअप.. तो पता चला हो रही थी तस्करी

अम्बिकापुर. सरगुजा जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र के वन विभाग के कर्मचारियों ने गुरुवार की दरम्यानी रात में गश्त के दौरान एक पिकअप में इमारती लकड़ी ले जाने की सुचना पर मोटरसाइकिल एवं बोलेरो से पिकअप का पीछा करते हुए लगभग 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार सफलता पाई और एक पिकअप साल चिरान. जिसमें लगभग 2.08 घन मीटर लकड़ी थी. उसे जप्त कर दो आरोपियों को पकड़ा.

वन विभाग के एसडीओ एसएन मिश्रा और वन परिक्षेत्राधिकारी सपना मुखर्जी ने बताया कि कल डांडगांव सर्कल के कर्मचारियों को सूचना मिली कि पिकअप में लकड़ी लोड कर ले जाया जा रहा है. जिसके बाद वनकर्मियों ने पिकअप का पीछा करना शुरू किया और रुकवाने का प्रयास किया. लेकिन पिकअप चालक ने वाहन नहीं रोकी बल्कि उसकी गति और बढ़ा दी. वनकर्मी भी कहाँ हार मानने वाले थे. बाइक के साथ-साथ बोलेरो में सवार होकर पिकअप का पीछा करने लगे और आखिर में ग्राम जमगला के पास उसे पकड़ने में सफलता हासिल की. पिकअप चालक से पूछताछ करने पर बताया की सूरजपुर जिले के वन परिक्षेत्र प्रेमनगर के ग्राम जनार्दनपुर से चिरान लोड कर बेचने के इरादे से लाया जा रहा था. पिकअप को जमगला निवासी लोचन सिंह चला रहा था.व् उसके साथ उसका सहयोगी सहेश्वर सिंह भी सवार था. पिकअप में साल की 81 नग चिरान लकड़ी जिसकी कीमत लगभग 80 हजार रुपए आंकी जा रही है. लकड़ी तस्करों के खिलाफ छ.ग.वनोपज व्यापार अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है.

इस कार्यवाही में वन परिक्षेत्र सहायक रामलोचन द्विवेदी, वनरक्षक अशोक सिंह, अमरनाथ राजवाड़े, सियाराम वर्मा, भरत सिंह, धनेश्वर सिंह, बुध साय, चौकीदार चंद्र दास, शिव प्रसाद यादव सहित अन्य लोग सक्रिय रहे.