मैनपाट में प्रशासन ने झोंकी ताकत..किये जा रहे हर संभव प्रयास..!

 

अम्बिकापुर 

मैनपाट में मौसमी बीमारी से प्रभावित ग्रामों के मरीजों का अस्पताल एवं स्वास्थ्य शिविरों में चिकित्सा दल द्वारा नियमित रूप से जांच कर आवष्यक दवायें दी जा रही है तथा गंभीर मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। सरगुजा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एन.के. पाण्डेय ने बताया है कि 25 अगस्त को मैनपाट के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कमलेष्वरपुर एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नर्मदापुर तथा असगवां, पैगा, सुपलगा के ढोल पखना एवं जूनापारा तथा नर्मदापुर मे खाला पारा एवं माझापारा के स्वास्थ्य षिविर में कुल 161 मरीजों की स्वास्थ्य जांच की गई। इनमें सर्वाधिक 89 मरीज बुखार से पीड़ित पाये गये तथा उल्टी एवं दस्त से पीड़ित 8 मरीजों का चिन्हांकन कर सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अधिक गंभीर मरीजों को मेडिकल काॅलेज अस्पताल के लिए रिफर करते हुए एम्बुलेन्स से भेजा जा रहा है। वंदना ग्राम में 24 अगस्त को 70 वर्षीय हरिनाथ की मृत्यु के संबंध में सीएमएचओ ने बताया है कि संबंधित को लगभग 2 महीने से खांसी थी तथा कई दिनों से खाना-पीना छोड़ दिया गया था।

असगंवा, पैगा, सुपलगा एवं नर्मदापुर में भोजन की निःषुल्क व्यवस्था

कलेक्टर भीम सिंह के निर्देषानुसार मैनपाट जनपद के असगवां, पैगा, सुपलगा एवं नर्मदापुर में ग्रामीणों के लिए दो वक्त का गर्म और ताजा भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। कलेक्टर ने लोगों से षिविर स्थल पर आकर गर्म और ताजा भोजन प्राप्त करने का आग्रह किया है।

 

जिला पंचायत अध्यक्ष एवं कलेक्टर ने मैनपाट के प्रभावित ग्रामों का किया दौरा

जनप्रतिनिधियों से लोगों को खान-पान के प्रति जागरूक करने का आग्रह  

 

जिला पंचायत अध्यक्ष फुलेष्वरी सिंह एवं कलेक्टर भीम सिंह द्वारा आज मैनपाट के मौसमी बीमारी से प्रभावित ग्रामों का दौरा किया गया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से बारिष के मौसम को दृष्टिगत रखकर ग्रामीणों को खान-पान पर विषेष ध्यान देने के प्रति जागरूक करने का आग्रह किया। फुलेष्वरी सिंह ने जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य, सरपंच एवं पंच से ग्रामीणों को उचित खान-पान के लिए नियमित रूप से समझाईष देने का अनुरोध किया है। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से आवष्यकता पड़ने पर तत्काल 108 डायल कर एम्बुलेन्स बुलाने तथा संबंधित को शीघ्र निकट के अस्पताल में पहुॅचाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि एम्बुलेन्स से तत्काल नहीं पहुॅचने पर गांव में उपलब्ध अन्य वाहन से अस्पताल पहुॅचाने में मदद करें। फुलेष्वरी सिंह ने जनप्रतिनिधियों से बीमारी की सूचना शीघ्र चिकित्सा अधिकारियों को देने का भी आग्रह किया।

कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एन.के.पाण्डेय को प्रत्येक ग्राम में एक-एक ए.एन.एम. को कर्तव्यस्थ करने के निर्देष दिये हैं। उन्होंने अनुविभागीय राजस्व अधिकारी श्री आर.एन. पाण्डेय को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत सचिव, पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी सहित अन्य शासकीय मैदानी अमले को घर-घर जाकर बीमारी से ग्रस्त लोगों के सर्वे कार्य का सतत निरीक्षण करने के निर्देष दिये हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम के परिवारों की संख्या के आधार पर एक कर्मचारी को अधिकतम 50 घर का सर्वे करने की जिम्मेदारी दी जाये तथा सर्वेक्षण से प्राप्त जानकारी के आधार पर तत्काल आवष्यक पहल सुनिष्चित करें। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों एवं कर्मचारियों से स्वास्थ्य षिविर में नियमित रूप से उपस्थित रहकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के निर्देष दिये है। कलेक्टर ने कहा कि आवष्यकता पड़ने पर एम्बुलेन्स की उपलब्धता नहीं होने की स्थिति में स्थानीय निजी वाहनों के द्वारा मरीजों को अस्पताल में शीघ्र पहुॅचाने की व्यवस्था सुनिष्चित करें। वाहन का किराया स्वास्थ्य विभाग द्वारा वहन किया जायेगा।

 

सपनादर की स्थिति का जायजा

कलेक्टर एवं जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा आज सपनादर ग्राम में मृतक मुन्दारो के घर पहुॅचकर उसके पुत्र सूरज एवं हरि राम से खान-पान के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। सूरज ने बताया कि उसकी मां कल छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक कमलेष्वरपुर में मजदूरी का भुगतान प्राप्त करने गई थी। वहां से आकर अचानक बीमार हुई और शीघ्र ही 108 डायल कर एम्बुलेन्स बुलाया गया, किन्तु अस्पताल के निकट पहुॅचने पर उसकी मृत्यु हो गई। उसने बताया कि उसके पिता के अचानक बीमार होने पर उन्हें भी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कमलेष्वरपुर में भर्ती कराया गया है। कलेक्टर एवं जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा कमलेष्वरपुर अस्पताल में मृतक मुन्दारो के पति सुन्दर से मिलकर उसके स्वास्थ्य की जानकारी ली गई। सुन्दर ने बताया कि अब वह ठीक है और अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार के लिए घर जाना चाहता है।

 

सहायता राहत राशी

 

कलेक्टर ने मृतक के परिजनों को 5-5 हजार रूपये की सहायता राषि देने के निर्देष दिये हैं। मैनपाट जनपद के प्रभारी सीईओ मदन रघुवंषी ने बताया कि अब तक 14 मृतक के परिजनों को श्रद्धांजली योजना के तहत 2-2 हजार रूपये की राषि प्रदान की गई है। इसके साथ ही बीपीएल परिवारों के मुखिया के मृत्यु होने पर 20 हजार रूपये की राष्ट्रीय परिवार सहायता राषि प्रदान की जा रही है। कलेक्टर एवं जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा आज सपनादर में मृतक के पुत्र सूरज, नर्मदापुर की मृतक समत्री के पति डेबा को, मृतक बोधी के पुत्र बसंत को तथा मृतक बसंती के पति करमसाय को सहायता राषि दी गई।

 

स्वास्थ्य शिविर एवं अस्पताल का निरीक्षण

कलेक्टर एवं जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कमलेष्वरपुर, प्राथमिक शाला माझापारा एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नर्मदापुर का निरीक्षण कर लोगों को उपलब्ध करायी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया गया। कलेक्टर ने सीएमएचओ को पीएचसी कमलेष्वरपुर में मरीजों के भोजन की व्यवस्था के लिए स्थानीय स्व सहायता समूह को तत्काल निर्देषित करने कहा है। उन्होंने नर्मदापुर के पंचायत भवन एवं प्राथमिक शाला माझापारा में स्थानीय लोगों के लिए बनाये जा रहे भोजन का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने चावल, दाल एवं सब्जी की अच्छी गुणवत्ता सुनिष्चित करने के निर्देष दिये है। उन्होंने सरपंच एवं सचिव से स्थानीय जनप्रतिनिधियों की निगरानी में लोगों को गुणवत्तायुक्त भोजन उपलब्ध कराने कहा है। उन्होंने खाना बनाने एवं खिलाने के दौरान साफ-सफाई पर विषेष ध्यान देने के निर्देषित किया है।

 

निर्धारित स्थल पर चिकित्सक दें सेवाएं

कलेक्टर ने मेडिकल अस्पताल के कर्तव्यस्थ चारों चिकित्सा अधिकारियों को निर्धारित स्वास्थ्य षिविर एवं अस्पताल में रहकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देष दिये है। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सक किसी एक अस्पताल अथवा षिविर में न रहें। चिकित्सा अधिकारी निर्देषित अस्पताल अथवा षिविर में रहकर सेवाएं प्रदान करें।

 

सीएमएचओ का खान-पान संबंधी परामर्ष

सीएमएचओ डाॅ. पाण्डेय ने बताया कि अधिकांष ग्रामीणों द्वारा लंबे समय तक धूप में रहकर परिश्रम किया जाता है, किन्तु कार्य के दौरान वे पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते जिससे शरीर में जल की पर्याप्त मात्रा नहीं होती तथा उल्टी-दस्त होने पर शरीर में तत्काल विपरीत असर होता है और कभी-कभी मृत्यु भी हो जाती है। उन्होंने लोगों से ताजा एवं गर्म भोजन तथा उबला हुआ पानी पीने, हड़िया नहीं पीने तथा खुखड़ी नहीं खाने का आग्रह किया है। उन्होंने लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के समझाईष दी है।

 

सपनादर के मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक द्वारा सरसों साग का सुखसी या सुकटी खाया गया था, उसके बाद उल्टी हुई और शीघ्र ही स्थिति गंभीर हो गई। गौरतलब है कि ग्रामीणों द्वारा साग-सब्जी को सुखाकर सुकटी बनाया जाता है तथा कुछ लोगों द्वारा चावल के माड़ में सुकटी को घोलकर चावल के साथ खाने का उपयोग किया जाता है। सुकटी के डिब्बे में बंद नहीं होने तथा खुला रहने पर वर्षा के मौसम में उसमें फफूंद लग जाते हैं, जिसके कारण वह हानिकारक हो सकता है। सीएमएचओ ने इस तरह का भोजन नहीं करने की समझाईष दी है। पीएचई के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि सभी हैण्डपम्प के पानी की जांच कराने पर पानी पीने योग्य पाया गया है।

निरीक्षण के दौरान जनपद पंचायत मैनपाट के उपाध्यक्ष श्री अटल बिहारी यादव, जिला पंचायत सदस्य श्री देवनाथ उंजन, उप सरपंच श्री रजनीष पाण्डेय सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ श्री महावीर राम, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी श्री आर.एन. पाण्डेय, श्री माणिकचंद,  सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री के.आर. परस्ते, पीएचई के कार्यपालन अभियंता श्री संजय सिंह, महिला बाल विकास अधिकारी श्री सी.एस. सिसोदिया, समाज कल्याण के उप संचालक श्री जे.के. श्रीवास्तव, जनपद सीईओ श्री एस.एस. रात्रे, नायब तहसीलदार श्री सुनील सोनपीपरे तथा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

डॉ.अनिल प्रसाद………वरिष्ट चिकित्सक जिला अस्पताल

 

इस मामले में डॉ अनिल प्रसाद ने कहा है की कैम्प व सामुदाइक केन्द्रों में प्राप्त मात्रा में दवाओं का भण्डारण है। वही चिकित्सा दल कैम्प व स्वास्थ केन्द्रों में घूम घूम कर ग्रामीणों को समझाईस देने के साथ चिन्हांकित करने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा की जिला प्रशासन नर्मदापुर के पंचायत भवन में ग्रामीणों के भोजन की भी व्यवस्था की गई है। वही जिन मरीजो की स्थिति ज्यादा बिगड़ रही है उन्हें संजीवनी 108 से जिला अस्पताल अम्बिकापुर भेजा जा रहा है।