CG विधानसभा 2023 विधानसभा में उठा ‘एक्सप्रेस वे’ का मुद्दा, विपक्ष ने लगाया जमीन हड़पने का आरोप

रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यवाही जारी है। कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा कुलदीप जुनेजा, शैलेश पांडे ने रायपुर के तेलीबांधा एक्सप्रेसवे निर्माण गाइडलाइन के अनुसार नहीं किए जाने की ओर लोक निर्माण मंत्री का ध्यान आकर्षित कराया।

विधायक सत्यनारायण शर्मा ने लगाया आरोप, निजी जमीन का अधिग्रहण करके बनाया गया एक्सप्रेस वे, भू स्वामियों को मुआवजा भी नही मिला।

मंत्री ताम्रध्वज साहू, एक्सप्रेसवे निर्माण में किसी की निजी जमीन का अधिग्रहण नही किया गया। सर्विस रोड निर्माण के लिए निजी भू मालिको के सहमति से साथ निजी जमीन को लिया गया।

विधायक सत्य नारायण शर्मा, नाले का निर्माण किया गया है, विभाग द्वारा गुमराह करके की कोशिश हो रही। विधायक की मांग, सदन की ओर से जांच समिति का निर्माण कराया जाए।

विधायक कुलदीप जुनेजा, विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने भी जांच की करी मांग। मंत्री ताम्रध्वज साहू, समिति बनाकर जांच की आवश्यकता नही मैने पूरी जानकारी दी है। प्रचलित स्थानों पर एंट्री की व्यवस्था है पर हर जगह एंट्री नही दी जा सकती।

आसंदी ने विधायक सत्यनारायण शर्मा को कहा, सभी जानकारी और डॉक्यूमेंट सदन की पटल पर रखे, विधायक कुलदीप जुनेजा, क्षेत्र में बस्ती में घर है यहां घर से बाहर नहीं निकल पा रहे लोग, अधिकारीगण अलग अलग बयानबाजी करते है, सर्विस रोड देना अनिवार्य है।

विधायक शैलेश पांडेय, तथ्यों पर आधारित ये ध्यानाकर्षण है, निजी भूमि का अधिग्रहण नही किया जा सकता, सरकार तथ्यों की जांच करे।

विधायक बृजमोहन अग्रवाल, 14 किमी का एक्सप्रेस हाइवे 22 लाख आबादी को क्रॉस करता है, 100 से अधिक झुग्गी झोपड़ी है, सर्विस रोड बनाने की घोषणा हो,

विधायक कुलदीप जुनेजा ने ली चुटकी, शहर का वीआईपी रोड को पर्यटन स्थल घोषित करें। मंत्री ताम्रध्वज साहू, व्यक्तव्य से अलग यदि प्रमाण है इसे दिखाकर जानकारी दी जाएगी। एक्सप्रेस हाइवे का निर्माण होता है तो सर्विस रोड का प्रावधान है, जितनी घर और कॉलोनी के लिए यदि एंट्री दी जाए तो एक्सप्रेसवे का औचित्य नहीं।

यातायता और परिवहन की समस्या है, सर्विस रोड के लिए रोविजन किया जाए। माना से लेकर गुढियारी तक सर्विस रोड का निर्माण हो

मंत्री ताम्रध्वज साहू,विधायक बृजमोहन अग्रवाल का सुझाव बेहतर है विचार किया जाएगा, जनता की सुविधा के दृष्टिकोण से निर्णय लिया जाएगा।

आसंदी से टिप्पणी, सदस्य अपने प्रमाण सदन की पटल पर रखे, मंत्री इसपर जांच कराएंगे। सदन की कार्यवाही दोपहर 3 बजे तक के लिए स्थगित