कन्हर, रिहंद, महानदी और पोलावरम के मसले पर भड़के अमित..

अम्बिकापुर

छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) द्वारा अम्बिकापुर संभाग मुख्यालय में आयोजित पार्टी की बैठक में शामिल होने छ्जका नेता व मरवाही विधायक अमित जोगी व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमजीत सिंह अम्बिकापुर पहुचे। इस दौरान नेता द्वय ने संभाग से आये हुए सभी कार्यकर्ताओं की बैठक ली और पार्टी की आगे की गतिविधियों पर चर्चा की। साथ ही नई पार्टी के विस्तार के लिए बूथ लेबल पर कमेटी गठित करने के निर्देश भी दिए।

गौरतलब है की अमित जोगी व धरमजीत सिंह के इस दौरे का कारण कार्यकर्ताओं में जोश भर कर सरगुजा में छजका की स्थिति और मजबूत करने की कवायद से जोड़ा जा रहा है। सरगुजा में छजका की स्थिति का आंकलन पूर्व में हुए छ्जका के आंदोलनों में हुई भीड़ से लगाया जा सकता है। और सरगुजा में संगठन की इस मजबूत स्थिति को और मजबूत करने के उद्देश्य से छजका के दो बड़े नेता अम्बिकापुर पहुंचे।

अपने संगठनात्मक दौरे में आये अमित जोगी व धरमजीत सिंह पार्टी मीटिंग के बाद प्रेसवार्ता का आयोजन कर पत्रकारों से मुखातिब हुए इस दौरान अमित जोगी ने प्रदेश सरकार व विपक्ष में बैठी कांग्रेस दोनों को आड़े हाथो लेते हुए कहा की रिहंद और महानदी दोनों ही सरगुजा की जीवनदायनी नदी है। छत्तीसगढ़ में 10 प्रतिशत कृषक इसके पानी का उपयोग कर रहे है। लेकिन 1962 में रिहंद नदी पर बाँध सोनभद्र में बना दिया गया, और इस नदी से सिंचाई व इससे बनने वाली बिजली का लाभ उत्तरप्रदेश के लोगो को मिल रहा है, सरगुजा को रत्ती भर भी फायदा नहीं मिला, यही स्थिति कन्हर बाँध की है इस बाँध के बनने से पूरा सनावल क्षेत्र दुबान में आ जाएगा। लेकिन इसका फायदा इस बार भी छत्तीसगढ़ को नहीं मिलने वाला। और इस मुद्दे पर दोनों राष्ट्रीय दलों को स्थिति स्पष्ट करनी होगी। उन्होंने यह भी कहा की चाहे मामला रिहंद का हो या महानदी का,पोलावरम की बात हो या कन्हर की दूसरे राज्यों ने हमेशा छत्तीसगढ़ का विरोध ही किया है जबकि दोनों राष्ट्रीय दलों ने हमेशा दूसरे राज्यों का साथ दिया है। अमित जोगी ने यह भी कहा की रिहंद और कन्हर में बाँध बनने के बाद बलरामपुर जिले का 30 प्रतिशत भाग डूबान में आ जाएगा। पर इस मुद्दे पर दोनों राष्ट्रीय दल मौन है। विरोध तक दर्ज नहीं कराया। इसलिए ऐसे ही जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए छजका का गठान किया गया है। जनता की आवाज को उठाना ही हमारा लक्ष्य है।

अमित ने प्रेस वार्ता में कहा की इस प्रदेश में पुल को बने दस वर्ष भी नहीं होते है और वह बह जाता है। भरष्टाचार का इससे बड़ा उदाहरण और क्या होगा। अपने पास एक बोतल रखे लाल पानी को दिखाते हुए अमित बोले की इस लाल पानी को पी कर क्षेत्र के जनता उल्टी दस्त से मर रही है। नर्मदापुर,जोकापाथ,वाड्रफनगर, सरगुजा अंचल में हर साल डायरिया से लोगो की मौत हो रही है और प्रदेश के पक्ष और विपक्ष दोनों ही आंख बंद कर तमाशा देख रहे है।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए छ्जका नेता धरमजीत सिंह ने कहा की हमारे नेता अजीत जोगी के निर्देशानुसार छजका के वरिष्ट और कनिष्ट सभी कार्यकर्ताओं की बैठक कर सभी से चर्चा की गई। और संगठनात्मक मजबूती के लिए प्रत्येक विधानसभा में 8-8 ब्लाक बनाये जाएंगे प्रत्येक ब्लाक में 50 बूथ रखे जाएंगे, सारे वरिष्ठ व युवा लोगो को जिम्मेदारिया दी जाएँगी। एक एक बूथ में जाकर सदस्यता कराने और लोगो की समस्या का निराकरण करने और समस्याओं को उच्च नेतृत्व तक पहुचाने के निर्देश दिए जाएंगे।  सरगुजा को सर्वोच्च प्रथामिकता पर रखते हुए यहा के आदिवासियों की मूलभूत सुविधाओ की लड़ाई लड़ी जाएगी। धरमजीत सिंह ने कहा की सरगुजा में जन्मे आदिवासियों के लिए संघर्ष करने वाले जनसेवक, क्रन्तीवीर व शहीदों की अनदेखी व उनके साथ हुए शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी। छ्जका द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में दानिश रफीक, सुरेन्द्र चौधरी, अतुल सिंह, पी.एस.कुमार, बलविंदर सिंह छाबडा, मो.असफाक, सहित छजका के सभी वरिष्ट व युवा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।