Breaking : पेंड्री मिनी क्रिकेट स्टेडियम को संचालित करने वाले जाजवल्यदेव क्रिकेट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा फर्जी तरीके से जांजगीर-चांपा विधायक को अध्यक्ष बना कर बदनाम करने की साजिश… नाराज हुए विधायक, संघ पर कार्यवाही करने की कही बात.. मीडिया से कहा- मैं इस क्रिकेट संघ का अध्यक्ष नही…

जांजगीर-चांपा। जिला मुख्यालय के पेंड्री मिनी क्रिकेट स्टेडियम को 2016 से संचालित करने वाले एकेडमिक जाजवल्यदेव क्रिकेट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा जांजगीर चांपा के विधायक व्यास कश्यप को अध्यक्ष बनाकर बदनाम करने की साजिश रचने की बात सामने आया है. संघ के इस कारनामे से नाराज जांजगीर चांपा विधायक व्यास कश्यप एसोसिएशन पर कार्रवाई करने की बात कह रहे है. मीडिया से बातचीत में बताया कि वह इस क्रिकेट संघ के पहले 2018 में अध्यक्ष पद पर थे लेकिन वर्तमान में अभी अध्यक्ष पद पर नहीं है. अगर इस संघ के द्वारा मेरे नाम का उपयोग किया जा रहा है वह सरासर गलत है इस पर मैं कार्यवाही करूंगा। व्यास कश्यप ने बताया कि शुरुआती दौर पर स्टेडियम को बनाने के लिए वे बहुत मेहनत किए है और सभी जिले के खिलाड़ियों को खेल मैदान मिल सके जिसके लिए वे अथक प्रयास कर स्टेडियम के निर्माण में सहयोग एवं मेहनत किए हैं। जिले के खिलाड़ियों को अच्छा सा खेल मैदान मिल पाया है।

आपको बता दे कि यह मामला जब सुर्खियों में आया जब पेंड्री मिनी क्रिकेट स्टेडियम में कब्जा जमाने को लेकर जिला क्रिकेट संघ एवं जाजवल्यदेव क्रिकेट वेलफेयर एसोसिएशन के बीच खींचतान चल रहा है. और इसी बीच दोनों के बीच का विवाद जिला प्रशासन तक पहुंच गया. जिला प्रशासन के पास जाजवल्यदेव क्रिकेट वेलफेयर एसोसिएशन की शिकायत पहुंची जिस पर खिलाड़ियों से पैसे लेने के आरोप भी लगे जिसको लेकर जिला प्रशासन इस मिनी स्टेडियम का अधिकार जाजवल्यदेव वेलफेयर एसोसिएशन को हटाकर खेल विभाग को दे दिया।

इसी बीच जिला क्रिकेट संघ के द्वारा जिला प्रशासन से मांग की कि उन्हें खेल के आयोजन के लिए मैदान को दिया जाए जिसके एवज में जिला प्रशासन ने जिला क्रिकेट संघ से शुल्क लेकर आयोजन करने के आदेश दिए थे. इसके बाद जब जिला क्रिकेट संघ ने खिलाड़ियों के साथ शुक्रवार को मैदान पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद जाजवल्यदेव क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्यों ने जिला क्रिकेट संघ के साथ खिलाड़ियों को खेलने नहीं दिया. और देखते ही देखते दोनों सदस्यो के बीच विवाद की स्थिति बन गई, किसी तरह मौके पर जिला प्रशासन एवं पुलिस पहुंची और विवाद को डालते हुए सदस्यों को समझाइए दी गई। बात नही बनी तो जिला प्रशासन ने दोनों संघ के सदस्यों को समझाइए के लिए कलेक्टर कार्यालय बुलाकर चर्चा भी किया। और कहा कि किसी प्रकार की विवाद में ना आकर खेल भावना से खिलाड़ियों को लाभ पहुंचाने के लिए संघ काम करें सभी खिलाड़ियों को खेलने के लिए मैदान बनाया गया है। एडिशनल कलेक्टर ने दोनों संघ के सदस्यों को समझाया ।

जिला प्रशासन ने जाज्वल्यदेव वेलफेयर क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव से विगत वर्षो से खेल गतिविधियों की जानकारी मांगी तो के सचिव जानकारी नही दे पाए। जिससे जिला प्रशासन ने संघ के सदस्यों को खूब फटकार लगाई और आदेश दिया कि आने वाले समय में मैदान के विगत दिनों के हुए खेल गतिविधियों एवं आवक जावक का हिसाब जिला प्रशासन के पास जमा करें।

जिला प्रशासन ने बताया कि जाजवल्यदेव देव क्रिकेट एसोसिएशन की शिकायत मिली थी जिसके चलते उनका पेंड्री मिनी स्टेडियम के संचालन से हटकर खेल विभाग को सौंप दिया गया । जाजवल्यदेव क्रिकेट एसोसिएशन पर खिलाड़ियों से पैसा लेने के आरोप लगा तो संघ के सचिव ने किसी प्रकार के आरोप से खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि इस खेल मैदान को हुए 6 वर्षों से पंचायत के साथ मिलकर देखरेख करते आ रहे हैं इसी बीच जिला क्रिकेट संघ द्वारा आकर हस्तक्षेप करने लगी जिसके कारण यह विवाद की स्थिति बनी है।

दूसरी ओर जाजवल्यदेव एसोसिएशन क्रिकेट संघ के अध्यक्ष के नाम पर जांजगीर चांपा विधायक का नाम सामने आया तो विधायक व्यास कश्यप भी अचंभित रह गए मीडिया में नाम आने पर व्यास कश्यप ने कहा कि वह इस संघ से हट गए हैं 2018 के समय वे इस संघ के अध्यक्ष थे लेकिन अभी इस संघ के वर्तमान में अध्यक्ष नहीं है अगर मेरा नाम इस संघ के द्वारा लिया जा रहा है तो मैं इसके खिलाफ कार्यवाही करूंगा।