जांजगीर नैला नगर पालिका मे जनसेवा के नाम पर चुन कर आये ज्यादातर पार्षद ठेकेदार….निर्माण कार्यो मे गुणवत्ता को लेकर उठेगें सवाल…

जांजगीर चांपा। नगरी निकाय चुनाव में जन सेवा के नाम पर चुन कर आये जांजगीर नैला नगर पालिका मे ज्यादातर पार्षद ठेकेदारी का नाम करते हैं। जनसेवा के नाम पर सिर्फ नाम हैं..नगर पालिका मे पीआईसी की भी गठन हो गया है। नगर पालिका परिषद मे पीआईसी के लिए आधा दर्जन से अधिक ऐसे विभाग है जिसके माध्यम से काम कर नगर मे एक सेवा का मिशाल पेश किया जा सकता है। लेकिन कुछ समय से यह विभाग केवल दिखावा ही रह गया है। जनसेवा के नाम चुन का आये प्रतिनिधि ज्यादातर ठेकेदारी का काम करते हैं . आधा दर्जन से ज्यादा जनप्रतिनिधि जो वर्तमान मे ंचुन का आये उनके द्वारा भी कई वार्डो मे निर्माण कार्य कराया गया है जो आज कि स्थिति मे जर्जर हो गया है। यहां की जनप्रतिनिधि शहर के विकास नही अपनी विकास के लिए ज्यादा चिंचित रहतेे है। यहां जनसेवा के नाम सिर्फ दिखावा है। जनता को अपने काम कराने के लिए नगर पालिका के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं तब जाकर उनका काम होता है। नगर पालिका मे दर्जनो करोड़ो के काम इन्ही जनप्रतिनिधियो द्वारा किया गया है वही वर्तमान भी इन्ही को करना हैं। नगरी निकाय चुनाव मे सभी जनप्रतिनिधि द्वारा बड़े -बड़े वादे अपने वार्ड की जनता किये है. अब समय आ गया है कि अपने वादे मे कितना खरे उतरते है। वही अब इन जनप्रतिनिधियो द्वारा किये निर्माण कार्यो के गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े होगें। नगर पालिका मे कांग्रेस जोड़ तोड़ कर अपने अध्यक्ष तो बना लिये। लेकिन आने वाले मे इनकी पार्टी की अग्नि परीक्षा होगी.