यहाँ मुर्दों के नाम बन रहा है PM आवास, और जीवित को बता दिया मृत

  • मृत व्यक्ति के नाम पीएम आवास स्वीकृत
  • जीवित को मृत बताकर नहीं दिया योजना का लाभ

 

बलरामपुर –(कृष्ण कुमार) गरीब आवासहीन लोगो को आवास सुविधा मुहैय्या कराने की भारत सरकार की महत्वकांक्षी स्कीम (प्रधानमंत्री आवास योजना) कमीशनखोरी की भेंट चढती नजर आ रही है, जिला मुख्यालय से महज 9 किलो मीटर दूर स्थित ग्राम संतोषीनगर मे पात्र हितग्राहीयो को अपात्र घोषित करने का खेल कमीशन नही देने के एवज मे खेला गया,तो वही ग्रामीणो का आरोप है की मृत व्यक्ति के नाम पर प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत कर दी गई, तथा जीवित व्यक्ति को मृत घोषित कर उक्त योजना के लाभ से वंचित कर दिया गया,वही ग्रामीणो ने इस पुरे मामले की शिकायत जनपद सीईओ से लेकर कलेक्टर से की है,तथा सात दिवस की भीतर मामले मे लिप्त लोगो पर कार्यवाही नही होने पर कलेक्टर कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।

बलरामपुर जनपद पंचायत के ग्राम संतोषीनगर मे 279 ग्रामीणो के नाम से प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किये गये है,लेकिन गाँव 185 पात्र लोगो का नाम उस सूची मे नही है,जबकि 40 वर्षो से अधिक समय से गाँव मे निवास करने वाले 185 हितग्राहीयो को गाँव के रोजगार सहायक के द्वारा अपात्र घोषित  कर दिया गया ,लेकिन वर्ष 2011 के सर्वे सूची के मुताबिक उक्त योजना के तहत अपात्र घोषित किये गये 185 ग्रामीणो के नाम शामिल है,तथा उक्त रोजगार सहायक उदय प्रताप सिंह पर ग्रामीणो ने द्वेष पूर्ण तरीके से कार्य करने का आरोप लगाया है,तथा अपात्र घोषित किये गये 185 ग्रामीणो मे से 100 ग्रामीणो को  शासकीय दस्तावेजो मे  गाँव का मूल निवासी नही होना बताया गया है।

2 अक्टूबर 2017 को निर्धारित तिथी पर ग्राम पंचायत संतोषीनगर मे ग्राम सभा की बैठक आहूत की गई थी,लेकिन ग्रामीणो तथा ग्राम पंचो की अनुपस्थिति को देखते हुये ग्राम सभा की बैठक को स्थगित कर दिया गया था,लेकिन ग्रामीणो का आरोप है की त्कालीन पंचायत सचिव और रोजगार सहायक ने फर्जी प्रस्ताव बनाकर रोजगार सहायक के द्वारा जनपद पंचायत मे जमा करा दिया गया ,वही उक्त प्रस्ताव मे 185 पात्र हितग्राहीयो को अपात्र घोषित कर दिया गया है,वही ग्रामीण अपने हक के लिये सडक तक की लडाई लडने की बात कह रहे है।

कमीशन नही दिया तो मृत घोषित..

वही ग्राम संतोषी नगर के ही 30 वर्षीय देवव्रत बछार पिता लखन बछार को ग्राम पंचायत के उक्त प्रस्ताव मे प्रधान मंत्री आवास योजना से शासकीय दस्तावेजो मे मृत बताकर उक्त योजना के लाभ से वंचित कर दिया ,जबकि वर्तमान मे देवव्रत जीवित है और अपनी पत्नि तथा 2 बत्तो का मजदूरी कार्य करके भरणपोषण कर रहा है।

यह ही नही गाँव के सुशैन हलधर पिता कालीचरण की मौत चार वर्ष पूर्व हो गई है,बावजूद इसके उसके नाम पर प्रधान मंत्री आवास स्वीकृत कर दिया गया है।

अभिलेखो की होगी जाँच

वही इस पुरे मामले मे स्थानीय प्रशासनिक अमला बचता नजर आ रहा है,जनपद पंचायत बलरामपुर के सीईओ बी.एस.राठौर का कहना है की वे मामले की जाँच के बाद ही कुछ बता पायेंगे,लेकिन प्रशासन के नाक के नीचे हुई इस लापरवाही का जवाब किसी के पास नही है।