किसान खेती करे या मछली पाले ? आप ही बता दीजिए साहब

अम्बिकापुर  हेडिंग मे लिखा सवाल इन दिनो अम्बिकापुर के किसान एनएच के अधिकारियो से इसलिए पूंछ रहे है क्योकि एनएच के अधिकारियो की अनदेखी से उनके खेत तालाब बन गए है। खेतो के तालाब बनने का ये मामला अम्बिकापुर से रायगढ जाने वाली एनएच के किनारे बसे श्रीगढ इलाके का है। जहां महामाया पहाड से उतरने वाला काफी मात्रा मे पानी किसान के खेतो मे इसलिए रुक गया है क्योकि एनएच किनारे बनी नाली एनएच के अधिकारियो की अनदेखी से जाम हो गई है। हांलाकि इस मामले की शिकायत एसडीएम पुष्पेन्द्र शर्मा को मिलते ही उन्होने मामले मे गंभीरता दिखाई और अपने राजस्व अमले को मौके पर भेज कर समस्या का समाधान करने का भरसक प्रय़ास किया।

गौरतलब है कि शहर के भारत माता चौक से दरिमा मोड तक की सडक किनारे इन दिनो काफी संख्या मे व्यवसायिक प्रतिष्ठान और निजी आवासो का निर्माण हो रहा है। मुख्य मार्ग के किनारे बसने की होड और उस पर एनएच के अधिकारियो की अनदेखी के कारण एचएच की गुणवत्ता विहीन नालिया निर्माण मटेरियल और उनके वहां तक ले जाने वाले ट्रक ट्रेलर के काऱण दब गई है। जिससे पहाड से उतरने वाला पानी खेत मे ही रुक गया है।

खेतो मे रुके पानी की वजह से श्रीगढ इलाके के तकरीबन एक दर्जन किसानो के खेतो मे कई फिट तक बरसात का पानी भर गया है , जिससे किसान ना ही खेतो की जुताई कर पा रहा है और ना ही फसल लगाने की योजना बना पा रहा है। हांलाकि एमडीएम श्री शर्मा को मिली शिकायत के बाद तहसीलदार रमेश मोर और नायब तहसीलदार प्रतिभा चंद्रा ने मौके का जायजा लिया और इस गंभीर समस्या को देखते हुए फौरन एनएच के ईई श्री पटोरिया को फोन लगाया , लेकिन अपनी आदत से मजबूर ईई ने उनका फोन भी रिसीव नही किया , जिसके बाद तहसीलदार ने एनएच के सब इंजीनियर को मौके पर बुलाकर किसानो की समस्या का 34 घंटे के अंदर समाधान करना का निर्देश दिया है।