CM ने कहा मैनपाट देश के नक्से मे शोभायमान होगा..!

मुख्यमंत्री ने किया मैनपाट महोत्सव का शुभारंभ     
क्षेत्रवासियों को दी 32 करोड़ रूपए के निर्माण कार्यो की सौगात 

सरगुजा  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी छŸासगढ़ का षिमला कहे जाने वाले सरगुजा जिले के मैनपाट में लोगों को पर्यटन के प्रति आकर्षित करने के उद्देष्य से आयोजित मैनपाट महोत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह में 251 जोड़े नव दम्पतियों को आषीर्वाद दिया। उन्होंने इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्रवासियों को 31 करोड़ 80 लाख रूपए की लागत के 13 विभिन्न निर्माण कार्यो की सौगात दी। इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न योजनाओं के तहत 5 हजार 676 हितग्राहियों को सामग्री तथा चेक प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने इस  अवसर पर उन्होंने पेट से पीड़िया तक 15 किलोमीटर सड़क निर्माण के प्रस्ताव वन विभाग द्वारा तैयार कराने, लोक निर्माण विभाग द्वारा विश्राम गृह निर्माण कराने तथा मैनपाट में महाविद्यालय खोलने के लिए बजट में आवष्यक प्रावधान करने का आष्वासन जनसमूह को दिया। गौरतलब है कि अनुपम प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण मैनपाट में वर्ष 2012 में मैनपाट महोत्सव की शुरूआत की गई थी तथा इस वर्ष छठवां मैनपाट महोत्सव का आयोजन 2, 3 एवं 4 फरवरी को किया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया तथा कार्यक्रम के समापन अवसर पर अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैनपाट का प्राकृतिक सौन्दर्य अनुपम है। हरी-भरी वादियों एवं मनोरम स्थलों से परिपूर्ण मैनपाट की ठण्डी सर्द हवाएं पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करती हैं। उन्होंने कहा कि मैनपाट में अनेक प्राकृतिक मनोरम स्थल स्थित है, जिसके कारण इसे छŸासगढ़ का षिमला कहा जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैनपाट का आकर्षण इतना अधिक है कि प्रायः मेरी धर्म पत्नी श्रीमती वीणा सिंह किसी रानीतिक कार्यक्रम में शामिल नही होती हैं, किन्तु मैनपाट की प्राकृतिक भव्यता से प्रभावित होकर उन्होंने यहां आने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि मैनपाट में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए आवागमन सहित पर्यटकों के लिए सभी सुविधाओं का विकास किया जाएगा, ताकि मैनपाट राष्ट्र के नक्षे में शोभायमान हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैनपाट के खाली पड़े सभी स्थानों पर साल के वृक्ष लगाए जाएंगे, ताकि मैनपाट की हरियाली सदैव कायम रह सके। उन्होंने कहा कि साल का वृक्ष स्थानीय लोगों के जीवन के लिए अत्यंत उपयोगी होता है और यह हर्ष का विषय है कि साल के वृक्षों का पुर्नउत्पादन प्रारंभ हो गया है। उन्होंने कहा कि मैनपाट महोत्सव में स्थानीय जनजातीय संस्कृति के साथ ही तिब्बती संस्कृति का मिश्रित स्वरूप झलकता है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि मैनपाट महोत्सव को प्रदेष के साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। उन्होंने महोत्सव के दौरान स्थानीय कलाकारों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए मंच उपलब्ध कराने तथा प्रदेष एवं राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों द्वारा दी जाने वाली मनमोहक प्रस्तुति और रैपलिंग, बोटिंग, आर्चरी, ट्रमपोलिन आदि रोमांचक खेलों के आयोजन की भी प्रषंसा की। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही अम्बिकापुर हवाई सेवा से जुड़ जाएगा, जिससे देष-दुनिया के लोग भी मैनपाट आ सकेंगे और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने मैनपाट महोत्सव को भव्य रूप से आयोजित करने पर कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने जिला प्रषासन द्वारा मैनपाट महोत्सव के आयोजन हेतु अत्यंत मनोरम एवं भव्य कार्यक्रम स्थल के चयन करने की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती के दौरान सरगुजा जिले में आयोजित कार्यक्रमों पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया। इसके साथ ही इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कार्य योजना संबंधी पुस्तिका का विमोचन किया।
मैनपाटवासियों के जीवन में होगा उजाला
मुख्यमंत्री ने कहा कि दूरस्थ ग्रामों में निवासरत ग्रामीणों के जीवन में उजाला लाने के उद्देष्य से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संचालित सौभाग्य योजना के तहत आने वाले छः महीने में दूरस्थ ग्रामों के सभी घरों में विद्युत कनेक्षन उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि उनके जीवन में उजाला आ सके।
सरगुजा का चहुमुँखी विकास  
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि सरगुजा संभाग में आवष्यकता के अनुरूप सभी आधारभूत संरचनाओं के विकास के साथ ही विद्यालय, महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज, कौषल विकास केन्द्र सहित सभी संस्थाओं का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में बेहतर परिवहन सुनिष्चित करने के उद्देष्य से 15 से 20 हजार करोड़ रूपए की लागत के सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 36 लाख महिला कृषकों को सौर सुजला योजना के माध्यम से सिंचाई की सुविधा प्रदान की गई है तथा लगभग 18 लाख महिलाओं को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत रसोई गैस कनेक्षन प्रदान किया गया है। सभी गरीबों को खाद्यान्न सुरक्षा के तहत सभी गरीबों के घरों में अनाज की उपलब्धता सुनिष्चित की गई है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत प्रदेष के सभी परिवारों को 50 हजार रूपए तक की निःषुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा रही है। तेन्दूपŸा मानक बोरा की कीमत 2 हजार 500 रूपए हो जाने पर संग्राहकों को बेहतर आमदनी प्राप्त हो रही है।
प्रदेष के गृह जेल एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी तथा जिले के प्रभारी मंत्री रामसेवक पैकरा ने अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को छŸासगढ़ का विकास पुरूष बताते हुए कहा कि पिछले डेढ़ दषकों में षिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया सहित सभी क्षेत्रां में तेजी से गुणवŸापूर्ण विकास सुनिष्चित हुआ है। प्रदेष भय और हिंसा से मुक्त होकर शांतिपूर्वक विकास के नए सोपान तय कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में किसान, गरीब, मजदूर सहित सभी वर्गो के कल्याण के लिए अनेक जनकल्याणकारी शासकीय योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हाथियों के आवागमन को दृष्टिगत रखकर हाथियों से सुरक्षा के लिए एलीफेन्ट प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। उन्होंने मैनपाट को प्रकृति की गोद में बसा एक मनोरम और आकर्षक स्थल बताया।
सरगुजा सांसद कमलभान सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरगुजा अंचल का विषेष विकास सुनिष्चित हुआ है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रवासियों को बिना मांगे ही षिक्षा, चिकित्सा, यातायात, तकनीक सहित सभी क्षेत्रों में विकास की सौगात मिली है तथा यह क्षेत्र विकास की ओर निरंतर अग्रसर है। उन्होंने सरगुजा अंचल में महिलाओं के सषक्तिकरण की प्रषंसा करते हुए कहा कि महिलाएं आत्मनिर्भर होकर सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रही हैं।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि मैनपाट में पर्यटन एवं संस्कृति विकास हेतु हर वर्ष मैनपाट महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इससे स्थानीय कलाकारों को भी अपने कला का प्रदर्षन करने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मैनपाट महोत्सव का स्थल बदलकर रोपाखार जलाषय के पास किया गया है।
निर्माण कार्यो का लोकार्पण एवं षिलान्यास
मुख्यमंत्री द्वारा आज मैनपाट में 31 करोड़ 80 लाख रूपए की लागत के 13 विभिन्न निर्माण कार्यो का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया गया। इनमें 30 करोड़ 53 लाख 55 हजार रूपए की लागत के 6 विभिन्न कार्यो का भूमि पूजन और 1 करोड़ 26 लाख 43 हजार रूपए की लागत से बने 7 विभिन्न निर्माण कार्यो का लोकार्पण शामिल है। इन निर्माण कार्यो में 14 करोड 98 लाख रूपए की लागत से स्वदेष दर्षन योजना के तहत एथनिक टूरिस्ट डेस्टीनेषन डेव्हलेपमेंट मैनपाट और 12 करोड 7 लाख रूपए की लागत से बनाए जाने वाले एथनिक टूरिस्ट विलेज निर्माण हेतु भूमि पूजन किया गया। साथ ही 63 लाख 83 हजार रूपए की लागत से बनाए जाने वाले शासकीय हाई स्कूल उरेगा भवन का उन्नयन कार्य, 59 लाख 29 हजार रूपए की लागत से बनाए जाने वाले शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नर्मदापुर, मैनपाट में 7 षिक्षक आवास भवन, 1 करोड़ 54 लाख रूपए की लागत से मुख्यमंत्री ऊर्जा प्रवाह योजना के तहत 33/11 के.व्ही. उपकेन्द्र कराबेल और 71 लाख 43 हजार रूपए की लागत से मैनपाट में बनाए जाने वाले मिनी स्टेडियम के निर्माण कार्य का भूमि पूजन शामिल है। इसी तरह 92 लाख रूपए की लागत से स्वास्थ्य विभाग के ट्रान्जिट हॉस्टल निर्माण सीतापुर का लोकार्पण किया गया और जिला खनिज संस्थान न्यास मद से स्वीकृत 14 लाख 35 हजार रूपए की लागत से निर्मित शैला रिसोर्ट से कार्निवाल स्थल की ओर सीसी रोड निर्माण,     10 लाख 47 हजार रूपए की लागत से निर्मित कमलेष्वरपुर सीमा से कार्निवाल स्थल तक सीसी रोड निर्माण, 9 लाख 60 हजार रूपए की लागत से ग्राम पंचायत रोपाखार में पौधरोपण कार्य का लोकार्पण किया गया। इसके साथ ही मैनपाट के रोपाखार जलाषय के बांध स्थल पर स्थित उद्यान विकास कार्य का भी लोकार्पण किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्म पत्नी श्रीमती वीणा सिंह, छŸासगढ़ हस्तषिल्प विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष अनिल सिंह मेजर, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती फुलेष्वरी सिंह, उपाध्यक्ष प्रभात खलखो, राज्य सहकारी बैंक के संचालक मण्डल के सदस्य अखिलेष सोनी, पूर्व महापौर प्रबोध मिंज, पूर्व विधायक प्रोफेसर गोपाल राम, पूर्व विधायक विजयनाथ सिंह, कमिष्नर अविनाष चम्पावत, पुलिस महानिरीक्षक हिमांषु गप्ता, कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल, पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार, जनपद पंचायत मैनपाट की अध्यक्ष श्रीमती पति बाई, ग्राम पंचायत रोपाखार की सरपंच श्रीमती खोरी बाई सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं कर्मचारी तथा बड़ी की संख्या में पर्यटक एवं स्थानीय ग्रामीणजन उपस्थित थे।