विवादित IPS के ख़िलाफ़ CID जांच शुरू.. सरगुजा के रह चुके हैं IG

अम्बिकापुर..(कृष्णमोहन कुमार)..छत्तीसगढ़ के सरगुजा आईजी रहे के सी अग्रवाल के विरुद्ध हुए दर्जन भर से अधिक शिकायतों की जांच करने सीआईडी की टीम सम्भाग मुख्यालय अम्बिकापुर पहुँच चुकी है..और बीते 3 दिनों से सर्किट हाऊस में कैम्प कर शिकायतकर्ताओं के बयान लिए जा रहे है..

दरअसल सरगुजा आई जी के पद पर मार्च 2019 में आईपीएस के सी अग्रवाल की पदस्थापना की गई थी..और वे 31 जनवरी को सरगुजा आईजी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे..

आईपीएस के सी अग्रवाल पर सरगुजा आईजी रहते हुए..कई तरह के आरोप लगे थे..और पुलिस विभाग ही नही बल्कि सम्भाग के कई व्यवसायियों ने आईपीएस अग्रवाल के विरुद्ध शिकायत डीजीपी से की थी.लेकिन उन दिनों उन शिकायतों की जांच नही हो पाई थी..और आईपीएस केसी अग्रवाल के सेवानिवृत्त होने के बाद उनके पेंशन प्रकरण पर रोक लगा दी गई थी.

वही आईपीएस अग्रवाल पर सरगुजा आईजी रहते हुए.व्यवसायियों को प्रताड़ित कर उनसे सम्बंधित पुराने मामलों को निकालकर धारा जोड़वाने,ईट भट्ठा संचालको से उगाही,सट्टा के मामले,फर्जी प्राथी बनाकर विभागीय अमले के विरुद्ध जांच टीम गठित कर भयादोहन करना,आईजी बंगले में स्थित पुराने दर्जनों पेड़ो को कटवाकर अवैध तरीके से बेचने के मामले शमिल है..यही नही सेवानिवृत्त होने के दिन ही अम्बिकापुर के आक्सिजोंन पार्क में खुलेआम शराब सेवन करने तथा आईजी के रीडर द्वारा एक सब इंपेक्टर से विभागीय जांच के एवज में पैसों की मांग करने का ऑडियो वायरल होने के मामलो में जांच हो रही है.. सीआईडी की टीम में डीआईजी अरविंद कुजूर,एडिशनल एसपी जीएस कुरुवंशी अम्बिकापुर में मौजूद है..

बता दे कि तत्कालीन रमन सरकार ने आईजी के सी अग्रवाल को भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त में होने की शिकायतें मिलने और जांच में सही पाए जाने पर फोर्सली रिटायर कर दिया था..और राज्य सरकार के फैसले को आईपीएस के सी अग्रवाल ने हाईकोर्ट और कैट में चुनौती दी थी..आईपीएस अग्रवाल को कैट से राहत भी मिली थी..जिसके बाद उन्होंने दोबारा नौकरी ज्वाइन की..और कुछ दिनों तक पुलिस मुख्यालय में पदस्थ रहे..जिसके बाद उन्हें सरगुजा आईजी मार्च 2019 में बनाया गया था..आईपीएस अग्रवाल सरगुजा के सूरजपुर में भी एसपी रह चुके है..इस दौरान उनका कोल माफियाओं से साठगांठ होने की चर्चाओं ने सुर्खियां बटोरी थी..