Chhattisgarh Budget 2024: छत्तीसगढ़ को 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ बनाने का लक्ष्य, वित्त मंत्री ने बताया लक्ष्य तक पहुंचने की 10 पिलर्स

रायपुर. Chhattisgarh Budget 2024: शुक्रवार को विष्णु देव साय के नेतृत्व में वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने प्रदेश का पहला बजट पेश की हैं। बजट में छत्तीसगढ़ को 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ लक्ष्य रखा गया हैं। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को 2047 में विकसित बनाने का लक्ष्य रखा हैं। दूसरे राज्यों के साथ स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते हुए भारत को विकसित बनाने के लिए महायज्ञ में छत्तीसगढ़ भी अपनी आहूति देगा और वर्ष 2047 तक हम छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाएंगे।

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विकसित छत्तीसगढ़ को प्राप्त करने 10 पिलर्स- वित्त मंत्री ने बताया कि, इस लक्ष्य को प्राप्त करने हमने 10 पिलर्स तैयार किये हैं।

पहला पिलर ज्ञान हैं। यह हमारे आर्थिक विकास का बिन्दु हैं। ज्ञान अर्थात गरीब, युवा, अन्नदाता तथा नारी शक्ति के विकास पर काम। नेल्सन मंडेला का उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा कि, किसी देश को तबाह करने बारूद और मिसाइल की जरूरत नहीं, शिक्षा की गुणवत्ता को खराब करना और परीक्षा में भ्रष्टाचार ही देश को बर्बाद करने पर्याप्त हैं।

दूसरा पिलर तकनीक आधारित रिफार्म और सुशासन से तीव्र आर्थिक विकास हैं। इसके अंतर्गत एआई, डेटा एनालिटिक्स आदि को बढ़ावा। इसके लिए छत्तीसगढ़ सेंटर फार स्मार्ट गवर्नेंस की स्थापना। डिजिटल टेक्नालाजी को विभागों में बढ़ावा देने 266 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया हैं।

तीसरा पिलर अधिकाधिक पूंजीगत व्यय अर्थात कैपेक्स को बढ़ाना हैं। वित्त मंत्री ने बताया कि, पूंजीगत व्यय में 100 रुपए की वृद्धि से जीडीपी में 247 रुपए की वृद्धि होती हैं। गत वर्ष की तुलना में इस बार कैपेक्स में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई हैं।

चौथा पिलर प्राकृतिक संसाधनों का उचित इस्तेमाल हैं। साथ ही, इसका न्यायपूर्ण वितरण भी सुनिश्चित करना हैं।

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पांचवां पिलर अर्थव्यवस्था के सेवा क्षेत्र में नई संभावनाओं पर जोर हैं। इसमें इको टूरिज्म सर्किट, हेल्थ डेस्टिनेशन, वेडिंग डेस्टिनेशन, बिजनेस टूरिज्म, कांफ्रेंस डेस्टिनेशन, आईटी सेक्टर आदि की स्थापना शामिल किया गया हैं।

छठवां पिलर सरकार की सारी क्षमताओं के साथ ही निजी निवेश भी सुनिश्चित करना। रेड टेपिज्म के स्थान पर रेड कारपेट वेलकम। मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस पर होगा काम। ईज आफ डूइंग बिजनेस, ईज आफ लिविंग, सिंगल विंडो प्रणाली, आनलाइन परमिशन, मिनिमम परमिशन आदि पर जोर। पीपीपी, पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के लिए नीति आयोग एवं आईआईएम जैसे विशेषज्ञ संस्थाओं से सहयोग लेंगे।

सातवां पिलर बस्तर सरगुजा की ओर देखो। एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने और इको टूरिज्म, नैचुरोपैथी के लिए काम होगा। बस्तर में लघु वनोपजों का प्रसंस्करण और सरगुजा में उद्यानिकी एवं मछलीपालन की संभावनाओं पर काम होगा।

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आठवां पिलर डिसेंट्रलाइज्ड डेवलपमेंट पाकेट्स पर काम होगा। नवा रायपुर में प्लग एंड प्ले मॉडल पर आईटी आधारित रोजगार सृजन होगा। नवा रायपुर में लाइवलीहुड सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और दुर्ग जिले में सेंटर ऑफ इंटरप्रेन्योरशिप स्थापित स्टेट कैपिटल रीजन के रूप में विकसित किया जाएगा। इस क्षेत्र को विश्वविस्तरीय आई.टी. सेक्टर, वेडिंग डेस्टीनेशन, एजुकेशन एवं हेल्थ डेस्टीनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। औद्योगिक जिलों में इसी के अनुरूप विकास तथा कृषि प्रधान जिलों में कृषि आधारित विकास को बढ़ावा दिया जाएगा।

नवमा पिलर छत्तीसगढ़ी संस्कृति का विकास हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि, छत्तीसगढ़ की बोली-भाषा, तीज त्यौहार, साहित्य को आगे बढ़ाने कटिबद्ध हैं।

दसवां पिलर क्रियान्वयन का महत्व हैं। प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ कार्य कर हम विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण करेंगे।

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