गृहमंत्री साहू ने साझा किया अपना अनुभव… कहा बिना घोषणा काम करे मा आनन्द हे.. पहली कलेक्टर फेर डॉक्टर अब किसान के बेटा… पढ़िए पूरी खबर!..

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..”बिना घोषणा करे..काम करे मा आनंद आथे.. अउ ये कई बार मोर साथ होए अनुभव है..की घोषणा करे रहिबे तेने काम हा नइ होवय..अउ ओखर बाद जनता और नेता के रिश्ता हा खराब हो जाथे.. जेकर बाद विधायक ह ओ गांव में जाये बर डराथे..कोनो मोर घेराव झन करे..विधायक ला कोनो गांव में आधा रात में जाय बर डर नइ होना चाही..हमर रिश्ता विश्वास के होना चाहिए!”..ये कहना था गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का..जिन्होंने आज विजयनगर के लोकार्पण और भूमिपूजन के कार्यक्रम को सम्बोधित करने के दौरान रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह के विकास कार्यो की घोषणा के मांग के संदर्भ में राजकीय भाषा मे कहा..

प्रदेश के कैबिनेट मंत्री साहू ने छत्तीसगढ़ी भाषा मे कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि..साल 2000 में जब छत्तीसगढ़ बनिस तब कलेक्टर मुख्यमंत्री बनिस..अउ 3 साल मुख्यमंत्री रहिस.. जेकर बाद डॉक्टर मुख्यमंत्री रहिस..जेन15 साल राज करिस.. फेर अब किसान के बेटा मुख्यमंत्री बने है..अउ राजीव गांधी किसान न्याय योजना के शुरुआत करिस है..जेन हर किसान हितैषी योजना हावय..

बता दे कि प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन, धर्म और धर्मस्व, जेल व गृह विभाग के मंत्री ताम्रध्वज साहू जिले के प्रवास पर पहुँचे थे..इस दौरान उनके साथ संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, चिंतामणि महाराज, रामानुजगंज विधायक मौजूद थे..उन्होंने लोक निर्माण विभाग के लोकार्पण और भूमिपूजन के कार्यक्रम में शिरकत की!..