लगता है बगैर नकल नही हो सकती है सीवी रमन यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं ……

अम्बिकापुर सीवी रमन विश्वविद्यालय प्रबंधन अपनी शिक्षा प्रणाली से प्रदेश के युवाओ का भविष्य बिगाडने का काम बडे ही शातिराना ढंग से कर रहा है,, बडे बडे विज्ञापनों से छात्रो को आकर्षित करने वाले इस निजी विश्वविद्यालय के कई कारनामे पहले भी सामने आ चुके है,, और सरगुजा जिले के सीतापुर मे सामने आया मौजूदा मामला भी कुछ ऐसा ही है,, जिसमे विश्वविद्यालयीन परीक्षा मे बच्चो को खुले आम नकल कराई जा रही है,, और स्थानिय प्रबंधन सच को झूठ साबित करने मे जुटा हुआ है …

छत्तीसगढ के सरगुजा जिले मे इन दिनो सीवी रमन विश्वविद्यालय की परीक्षाएं चल रही है,, इन परीक्षाओं के दौरान परीक्षा कक्ष की खिडकियो के बाहर पडे ये नकल पर्चे सब कुछ बयां कर रहे है,, लेकिन अगर आपको इतने मे भी यकीन ना हो तो परीक्षा कक्ष के अंदर देखिए वहा मौजूद शिक्षको ने जब कैमरा देखा तो नकल सामाग्री को आलमारी में छुपाने की कोशिश की गई… यहां बच्चे पूरी किताब और नकल सामग्री को अपने पास रखकर परीक्षा दे रहे थे… दरअसल ये नजारा सरगुजा जिले के सीतापुर मे बनाए गए कन्या स्कूल परीक्षा केन्द्र का है,, जहां चल रही DCA और PGDCA की परीक्षा मे नकल का खुलासा तब हुआ , जब सीतापुर के बच्चो को तो विधिवत नकल कराई जा रही थी,, लेकिन पास के ही बतौली ब्लाक के बच्चो को नकल करने से रोका जा रहा था… नकल मे हो रहे इस भेदभाव के बाद एक बार फिर इस विश्वविद्यालय की परीक्षा मे नकल कराने का मामला उजागर हुआ है।

दरअसल सीवी रमन विश्वविद्यालय ने प्रदेश के हर जिले और ब्लाक स्तर पर अपने कई केन्द्र संचालित कर रहा है,, और नकलचियो को अपना भविष्य सुधारने के लिए ये माकूल संस्थान बन चुका है….. लेकिन हैरत की बात है कि सब कुछ इतना साफ साफ दिख रहा है, पर फिर भी प्रदेश का उच्च शिक्षा मंत्रालय ना जाने क्यो धृतराष्ट्र बना हुआ है… और बच्चो का भविष्य अंधकार की ओर धकेला जा रहा है।

[toggle title=”पहले भी लीक हुआ है पेपर” state=”open”]खैर सीवी रमन विश्वविद्यालय की परीक्षाओ मे इस तरह खुली नकल इस यूनिवर्सिटी की परंपरा मे है ,, और यही वजह है कि खुलेआम हो रही नकल कराने के लिए जिम्मेदार प्रबंधन परिक्षा केंद्र के पास पडी और कमरे में रखी नक़ल सामग्री कैमरे मे कैद होने के बाद भी नक़ल को ऐसे नकार रहे है,, जैसे वो अंधे हो…. ऐसा नही है कि इस विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा नकल कराने का ये कोई पहला मामला है , इस मामले के तकरीबन एक साल पहले भी जिला मुख्यालय अम्बिकापुर के गांधीनगर थाना क्षेत्र के एक फोटो कापी दुकान मे इस विश्वविद्यालय की परीक्षा का पेपर ,, परीक्षा के पहले खुलेआम बेंचे जाने का मामला प्रकाश मे आय़ा था और पुलिस ने इस मामले मे हस्ताक्षेप भी किया था, लेकिन जब पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रबंधन के लोगो से संपर्क किया ,, तो शायद प्रबंधन ने इसे अपने यहां की परंपरा बता कर किसी प्रकार की कोई शिकायत करने से इंकार कर दिया था। लिहाजा प्रबंधन द्वारा पेपर लीक की कोई शिकायत ना करने पर फोटो काफी दुकान संचालक को पुलिस ने छोड दिया था। [/toggle]

[toggle title=”नही हो रही है नकल : सिदार ” state=”open”]फटाफट न्यूज संवादाता ने जब परीक्षा केन्द्र प्रभारी जे.एल.सिदार से परीक्षा मे नकल करने का सवाल किया , तब उन्होने कहा कि मै अभी घूमकर आय़ा था , नकल तो नही हो रही है , लेकिन जब उनसे परीक्षा केन्द्र के अंदर किताब और नकल सामग्री रखने का सवाल किया गया तो उन्होने कहा कि परीक्षा कक्ष के अंदर किसी प्रकार की किताब कापी नही रखी जा सकती है। [/toggle]