प्रशासन के नाक के निचे चल रहा अवैध उत्खनन : खमोश क्यो है प्रशासन ?

  • खबर के बाद खनिज विभाग ने माना रूल बुक में नहीं अनुमती 
  • खबर से मची खलबली 
कोरिया
हमारी वेब मिडिया में खबर प्रसारित होने के बाद खनीज अधिकारी ने माना की नियम बुक में मोबाईल क्रेशर की कोई भी लिखीत जानकारी नहीं है। जिला कोरिया में बाहुबलीओ के सामने प्रशासन कितना कमजोर और नतमस्तक है वह इस बात से मालूम होता है कि जिले में उनके नाक के निचे बगैर किसी अनुमति के बड़े पैमाने पर अवैध उत्खननं किया जा रहा है। मामला बैकुण्ठपुर से महज 7 किलो मिटर दूरी में देखने को मिल रहा है। इस खबर को हमारी वेब मिडिया ने बड़ी प्रमुख्यता से प्रसारित किया था।                
गौरतलब है कि यह पूरा मामला कोरिया जिला मुख्यालय के समीप कोरिया पैलेस से बचरापोंडी मार्ग ग्राम भखार का है जहाँ सड़क निर्माण में लगने वाले गिट्टी के लिय प्रतिदिन करोड़ो रूपए की लागद की आटोमेटिक मोबाईल क्रेसर मशीन द्वारा पहाड़ो को तोड़ कर पत्थर निकाला जा रहा है। रोजाना सैकड़ो हाईवा ट्रक गिट्टी इस पहाड़ से अब तक खोद लिया गया है और इस प्रकार पूरा का पूरा पहाड़ चट हो रहा है। जिसके बाद  नव पदस्त जिला खनिज अधिकारी मिनाक्षी साहू से बातचीत में खनीज अधिकारी ने बताया कि खनीज की नियम बुक में ऐसा कुछ भी नहीं लिखा है। इससे यह पता चलता है कि मोबाईल क्रेशर की अनुमती नहीं है उन्होने यह भी बताया की जब वो ट्रेनिंग में थी तो उसकी शिकायत ग्रामीणो से मिली थी। जिसके बाद हम वहा गये थे वहा पर सभी मशीन / गाड़ीया बन्द थी सरपंच को बुलाकर प्रस्ताव बनाया गया था पुन्ह शिकायत होगी तो कार्यवाही होगी।
 
ग्रामीणो की शिकायत को किया नजरन्दाजmobile kresar
अवैध उत्खनन मामले को लेकर ग्रामीणो ने जिले के अला अधिकारियो को मामले की शिकायत की थी। जिसके बाद नव पदस्त खनिज अधिकारी ने मामले की महज खाना पुर्ती करते हुए उत्खनन स्थल पर जाकर प्रस्ताव भी तैयार किया था और ग्रामीणो को आस्वाशन दिया कि आटोमेटिक मोबाईल क्रेशर मशीन अभी बंद है इसलिए अभी कार्यवाही नहीं हो पायेगी। गामिणो ने बताया कि जेसै खनिज अधिकारी उत्खन्न स्थल से गयी उसके बाद सभी गाड़ीया उत्खनन स्थल पर चालू हो गई, इससे यह प्रतिक होता है कि ठेकेदार को इस बात की जानकारी पहले ही लग गई थी।
 
कार्यवाही करने से बच रहे अधिकारी
नव पदस्त जिला खनिज अधिकारी मिनाक्षी साहू को हमने इस खबर को लिखने के पूर्व दिनांक 20/11/2015 समय 12 . 22 पर मोबाईल पर सूचना दी की आवैध मोबाईल क्रेशर का संचालन हो रहा है। आप कार्यवाही आकर कर सकते है। जिसपर अधिकारी मैडम ने कहा हम देखते है। इसके बावजूद खबर लिखे जाने तक किसी प्रकार की जानकारी व सूचना नहीं मिली न जाने वह कौन स कारण है कि जिला प्रशासन इस अवैध कार्य को बढ़ावा दे रहा है। आखीर क्यों जिले के अधिकारी कार्यवाही करने से बच रहे है। 
 
कहीं भी नहीं है अनुमति
आटोमेटिक मोबाईल क्रेशर चलाने के लिए पर्यावरण विभाग से अनुमति लेना होता है पर एक जानकारी अनुसार पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में पर्यावरण विभाग व खनिज विभाग से लेनी होती है। इसके बाद ही आप पत्थर का उत्खनन किया जाता है पर पूरे राज्य में आज तक किसी को भी इस प्रकार की अनुमति नहीं मिली है क्यों कि एसा करने पर्यावरण को काफी नुकसान होता है। यही वजह है कि पर्यावरण विभाग इसकी अनुमति नहीं देता है।