इस फैक्ट्री का प्रदूषण बन चुका है कई मौत का कारण… फिर भी खामोश है सब

चांपा (संजय यादव) समीपस्थ ग्राम बहेराडीह में संचालित कृष्णा इंडस्ट्रीज के प्रदूषण से फैक्ट्री में कार्यरत दर्जन भर से अधिक मजदूरों की अब तक मौत हो चुकी है। वहीं गंभीर बीमारी से पीडि़त करीब दर्जनभर मजदूरों का इलाज जारी है। फैक्ट्री के प्रदूषण ने आसपास के गांव के लोगों का जीना मुहाल कर दिया है।  चांपा तहसील के अंतर्गत ग्राम बहेराडीह में कृष्णा इंडस्ट्रीज संचालित है। यहां कोयला, रेत तथा केमिकल के साथ पत्थर की पिसाई के्रशर तथा अन्य मशीनों से करते हुए ईंट तैयार किया जाता है, जिसे लकड़ी की भट्ठी में जलाकर पकाया जाता है। इससे निकलने वाले केमिकल तथा जहरयुक्त धूल की भारी मात्रा में हवा के साथ उडऩे से बहेराडीह सहित आसपास के गांव के लोगों का जीना मुहाल हो गया है।

ग्रामीणो का दर्द

ग्रामीणों ने बताया कि प्रदूषण की रोकथाम को लेकर फैक्ट्री प्रबंधन मनमाना रवैया अपना रहा है। फैक्ट्री से बड़े पैमाने पर निकलने वाले धूल से श्वांस लेना दूभर हो गया है। क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीण टीबी जैसी खतरनाक बीमारी तथा त्वचा रोग से ग्रसित हैं। ग्रामीणों ने बताया कि टीबी जैसी गंभीर बीमारी से फैक्ट्री में कार्यरत दर्जनभर से अधिक मजदूरों की मौत के बाद भी शासन-प्रशासन नींद से नहीं जाग रहा है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि फैक्ट्री में कार्य करने वाले करीब दर्जन भर से अधिक मजदूर गंभीर बीमारियों से पीडि़त हैं, जिनका कई अस्पतालों में उपचार चल रहा है। संबंधित मजदूरों को फैक्ट्री प्रबंधन ने एक रुपए की आर्थिक मदद नहीं की है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र के कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा फैक्ट्री बंद करने की मांग को लेकर कई बार कलेक्टोरेट का घेराव किया जा चुका है। बावजूद इसके, प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है।