सरगुज़ा : दिल की बीमारी से पीड़ित है 2 साल का बेटा, पिता राशनकार्ड बनवाने खा रहा दर-दर की ठोकर

अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय).. दिल की बीमारी से पीड़ित पुत्र का लाचार पिता राशनकार्ड बनवाने दर-दर की ठोकरे खा रहा है। पिता ने अपनी मजबूरी बता राशनकार्ड बनाने कई बार सरपंच, सचिव को अर्जी दी। किंतु उन्होंने राशनकार्ड बनाने के बदले पैसों की माँग करने लगे। मेहनत-मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करने वाला मजदूर पिता ने पैसा देने में असमर्थता जताई। पिता ने अपने बीमार पुत्र का हवाला दे राशनकार्ड बनाने काफी मिन्नते की लेकिन सरपंच सचिव का दिल नही पसीजा। थक हार कर पिता ने सरपंच, सचिव के विरुद्ध अपेक्षित सहयोग नही करने का आरोप लगा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुये कार्रवाई की माँग की है।

जानकारी के अनुसार ग्राम बनेया निवासी दुर्गाशंकर उम्र 28 वर्ष का 2 वर्षीय पुत्र दिल की बीमारी का मरीज है। जिसका इलाज चल रहा है। परिवार से अलग रहने वाला दुर्गाशंकर मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता है, जो भी थोड़ा बहुत पैसा पेट काटकर बचाता है वो बेटे के उपचार में खर्च हो जाता है। बेटे के उपचार के कारण परिवार की माली हालत इतनी दयनीय हो गई है कि पैसों के अभाव में दाने-दाने को मोहताज परिवार भूखे सो जाता है।

दरअसल उक्त परिवार के पास राशनकार्ड नही होने की वजह से सरकारी राशन की दुकान से सस्ता अनाज नही मिल पाता है। मेहनत मजदूरी से जो कमाई होती है वो बच्चे के ईलाज में खर्च हो जाता है थोड़ा बहुत बचता है उससे घर का खर्च चलता है।पैसों के अभाव में बच्चे का ठीक से ईलाज न करा पाने से परेशान पिता ने अपनी माली हालत से सरपंच, सचिव को अवगत करा राशनकार्ड बनाने की माँग की। ताकि सरकारी राशन दुकान से मिलने वाले सस्ते अनाज के दम पर अपने परिवार का पेट भर सके।

इसके लिए उसने ग्राम पंचायत सहित जनपद पंचायत में भी आवेदन दिया। किंतु कही भी उसके आवेदन पर उचित कार्रवाई नही हुई। उल्टे सरपंच, सचिव ने राशनकार्ड बनाने के नाम पर पैसों की माँग कर डाली। उसने अपनी आर्थिक स्थिति का भी हवाला दिया। लेकिन सरपंच, सचिव ने उसकी एक नही सुनी।

“इस संबंध में पीड़ित दुर्गाशंकर का कहना है कि राशनकार्ड बनाने के नाम पर सरपंच, सचिव द्वारा 3 हजार रुपयों की माँग की जा रही है। अपनी असमर्थता बता इसका जब मैंने विरोध किया और अधिकारियों से शिकायत की बात कही तो उन्होंने कहा कि पीएम, सीएम जहाँ जाना है जाओ बिना पैसे दिये राशनकार्ड नही बनेगा।”

इस संबंध में गौर करने वाली बात यह है कि क्षेत्र के विधायक एवं खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने पूरे प्रदेशवासियों के लिये राशनकार्ड का विकल्प बनाया है। ताकि सभी को पात्रता अनुसार सरकारी राशन दुकान से उचित मूल्य पर राशन प्राप्त हो सके उसके बाद भी सरपंच, सचिव एवं अधिकारियों के अड़ियल रवैये से क्षेत्र के कई पात्र लोग राशनकार्ड से वंचित हो गये है। काफी प्रयासों के बाद भी राशनकार्ड न बन से हताश दुर्गाशंकर ने सरपंच सचिव पर राशनकार्ड बनाने के नाम पर पैसों की माँग करने का आरोप लगा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और उचित कार्रवाई सहित राशनकार्ड दिलाने की माँग की है।

“इस संबंध में एसडीएम दीपिका नेताम ने बताया कि राशनकार्ड बनाने के नाम पर पैसों की माँग करना नियम विरुद्ध है। उन्होंने इस मामले उचित कार्रवाई करने की बात कही है।”