सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर अम्बिकापुर पहुंचे झारखंड के 150 मजदूर.. लॉकडाउन पर फैक्ट्री में काम बंद होने से लौट रहे हैं घर..

अम्बिकापुर. कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर देश मे लॉक डाउन किया गया है. इस दौरान देश-प्रदेश सहित जिलों की सीमाएं सील कर दी गई है. व्यावसायिक प्रतिष्ठान बन्द कर दिया गया है. आवागमन के साधनों जैसे- बस, ट्रेन, रिक्शा पर रोक लगा दी गई है. सरकार द्वारा इस संक्रमण को रोकने के लिए. कई एहतियात कदम उठाए जा रहे हैं.

एक तरफ़ जहां सभी इस वायरस से बचने के लिए. अपने-अपने घरों में दुबके हुए हैं. तो वहीं अपने घर द्वार को छोड़कर अन्य जगह काम करने गए मजदूरों, श्रमिकों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है. मीडिया में कई स्थानों खबरें आ रही है. की यातायात के साधन नही होने से सैंकड़ो लोग पैदल ही सैंकड़ो किलोमीटर की दूरी तय कर रहे हैं.

इसी बानगी में अम्बिकापुर शहर में भी पिछले दो दिनों में लगभग 200 से अधिक पहुंचे हुए हैं. जो लॉक डाउन में काम बंद होने से अपने अपने घरों को लौट रहे हैं. इनमें से लगभग 100 श्रमिकों को प्रशासन ने रात में बस स्टैंड में रुकवाया था. वहीं रविवार को 100 श्रमिक पैदल और कुछ अन्य माध्यमों से अपने घर को रवाना हो चुके हैं. इनमे से कुछ झारखंड के तो कुछ मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं.

वहीं अभी 150 श्रमिक रायगढ की ओर से अम्बिकापुर पहुंच रहे हैं. जो रायगढ की एक नामी फैक्ट्री मे काम करते थे. लेकिन लॉक डाउन में काम बंद होने की वजह से अपने घर को लौट रहे हैं. ये सभी श्रमिक भी झारखंड के गढवा जिले के रहने वाले हैं.