हाथी कारीडोर में 28 खदाने संचालित तो मैनपाट कैसे बनेगा पर्यटन : भूपेश बघेल

अम्बिकापुर -देश दीपक “सचिन”

 

मैनपाट में देहरादून से लाकर लगाए गए बेशकीमती पौधों को जला देने और वन विभाग द्वारा इस मामले में सस्ते पौधों की फसल को लाकर खुद को बचाए जाने के आरोप के मामले में कहा की यहाँ बस नही पूरे प्रदेश में वन विभाग पौधे जला रहा है दस्तावेज जला रहा है, पूरा प्रदेश जल रहा है और रमन सिंह उड़न खटोले में उड़ रहे है।

 

वही मुख्य मंत्री मैनपाट को पर्यटन स्थल बनाना कहते है या उत्खनन स्थल इस सवाल पर पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा की सरकार की कथनी और करनी में बहोत अंतर है। ये बोलते कुछ है और करते कुछ है उनका 14 साल का यही कार्यकाल रहा है। कांग्रेस हमेशा इन मुद्दों को उठाती रही है।

 

मैनपाट पर्यटन स्थल है या उत्खनन स्थल पर कहा सरकार की कथनी और करनी का अंतर है। वन विभाग में पूरे प्रदेश में सरगुजा से बस्तर तक दस्तावेज जलाये जा रहे है पेड़ जलाये जा रहे है और सी एम उड़न खटोले में घूम रहे हैं ये तो वही कहावत हुई की रोम जल रहा था और नीरो बंशी बजा रहा था।इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा की एलीफेंट कारीडोर घोषित किया गया है और कारीडोर में ही 28 कोयला खदाने संचालित है। इसी प्रकार मैनपाट में भी खदान संचालित करा रहे है। ऐसे में मैनपाट पर्यटन कैसे बचेगा

https://fatafatnews.com/%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%97%E0%A4%AE-%E0%A4%86%E0%A4%AF%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4-%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A5%8C%E0%A4%B2-%E0%A4%A8%E0%A4%B9%E0%A5%80%E0%A4%82/