संविधान की उद्देषिका का पुनःस्मरण कर आत्मार्पण

अम्बिकापुर

भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विष्वास, धर्म आर उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिष्चित करने वाली बंधुता को बढ़ाने के लिए दृढ़संकल्प होकर राष्ट्र की स्वतंत्रता के पश्चात् संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित किया गया। संविधान की इस उद्देषिका के राष्ट्रीय महत्व को दृष्टिगत रखते हुए शासन द्वारा प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को संविधान दिवस के रूप में मनाने और संविधान की उद्देषिका का पुनःस्मरण कराने का निर्णय लिया गया है।

इसी उद्देष्य से आज जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर.एक्का द्वारा कलेक्टोरेट परिसर के अधिकारी एवं कर्मचारियां को संविधान की उद्देषिका का पुनर्स्मरण कराया गया। श्री एक्का द्वारा महात्मा गांधी की प्रतिमा एवं संविधान निर्माता बाबा साहेब अम्बेडकर के छायाचित्र में माल्यार्पण किया गया। अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा संविधान के आदर्षो का पालन करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई। इस अवसर पर अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पुष्पेन्द्र शर्मा, डिप्टी कलेक्टर आर.के. तम्बोली, बालेष्वर राम सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।