लोन दिलवाने के नाम पर 40 महिलाओ से एक महिला ठग ने की 2 लाख की उगाही

अम्बिकापुर

अम्बिकापुर में शहरी स्वर्ण जयंती महिला स्वरोजगार योजना के नाम पर एक बडे फर्जीवाडे का खुलासा हुआ है। खुद को बिलासपुर निगम का कर्मचारी बता कर एक महिला ने शहर के 40 से अधिक महिलाओ को लोन दिलाने के नाम पर लाखो की ठगी की है। हांलाकि ठगी गई महिलाओ की तत्परता के बाद कोतवाली पुलिस ने ठग महिला को हिरासत मे ले लिया है।

अम्बिकापुर की 40 से अधिक गरीब और जरुरतमंद महिला ,, एक महिला के ही ठगी का शिकार हो गई है। दरअसल रायपुर की रहने वाली माया रजक नाम की महिला ने अम्बिकपुर की स्थानिय महिला संगीता श्रीवास्ताव के साथ मिलकर शहर की 40 महिलाओ से ठगी की है। ठग महिला ने शहर की गरीब महिलाओ को 2-2 लाख रुपए लोन दिलाने का झांसा दिया । जिसके एवज मे आरोपी महिला माया रजक ने unnamed (4)सभी महिलाओ से 5-5 हजार रुपए रुपए की उगाही की। लेकिन अच्छी बात ये रही कि एक एक करके ठगी जा रही महिलाओ ने संगठित होकर ठग महिलाओ के मंसूबो को जल्द भांप लिया। और कोतवाली थाने मे मामले की शिकायत कर दी।

आठ अलग अलग सिम रख कर अम्बिकापुर मे महिलाओ से ठगी करने वाली ठग महिला पुलिस हिरासत मे है, लेकिन 40 गरीब महिलाओ से 2 लाख रुपए की ठगी करने वाली महिला माया रजक पुलिस हिरासत मे खुद को मजबूर और गरीब बता कर बचने का प्रयास कर रही है। आरोपी महिला की माने तो पति के छोड देने के बाद बच्चो की परवरिश के लिए वो ठगी का काम कर रही है।

लोन दिलाने के नाम पर गरीब महिलाओ से ठगी करने वाली रायपुर की माया रजक और अम्बिकापुर की संगीत श्रीवास्तव को पुलिस ने हिरासत मे ले लिया है। वही पुलिस का दावा है कि पकडी गई महिला से ठगी गई कुछ रकम बरामद कर ली गई है। बांकी की रकम उसके बैंक एकाउंट से जल्द बरामद कर ली जाएगी।

मामले की जांच कर रही कोतवाली पुलिस के मुताबिक जिस स्वरोजगार योजना के तहत महिला ने ठगी करने का प्रपंच रचा था। वो योजना एस काल पूर्व ही बंद हो चुकी है। बहरहाल ठग महिला अब पुलिस हिरासत मे है,, लेकिन पूरे मामले के खुलासे के बाद सवाल तो एक ही उठता है,, कि क्या कोई मजबूर महिला अपनी जरुरत के लिए दूसरी महिला को ठगी का शिकार बना सकती है……….