रामानुजगंज उपजेल में राशन के नाम पर गड़बड़ी

सूचना के अधिकार के तहत निकाली गई जानकारी से हुआ मामला उजागर

रामानुजगंज

बलरामपुर के रामानुजगंज जिले में स्थित उपजेल के जेल अधिक्षक के द्वारा कैदियों के राशन के खरीदी में भारी अफरा -तफरी कर भ्रष्टाचार किये जाने की शिकायत सामने आयी है। शिकायत कार्ता सुनिल कुमार ने बताया कि उन्होने बीते एक माह पूर्व सूचना के अधिकार के तहत उपजेल से उक्त बिन्दुओं में जानकारी मांगी थी । उपजेल प्रबंधन द्वारा दिये गए जानकारी में एक बडे़ भ्रष्टाचार का खुलासा उपजेल में हुआ है। जहां जेल अधीक्षक के द्वारा कैदियों के राशन खरीदी में लाखों का गोलमाल प्रत्येक माह किया जा रहा है।

शिकायकर्ता ने यह आरोप लगाया कि निकाले गए दस्तावेज के अवलोकन उपरान्त इस बात का उजागर हुआ है कि उपजेल अधिक्षक द्वारा एक किराने दुकान से फर्जी बिल लेकर मनमाना दर भर पैसे की अफरा -तफरी की जा रही है। जिससे हर माह शासन को लाखों का चूना भ्रष्टाचार कर जेल प्रबंधन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा लगाया जा रहा है। ऐसी बात नहीं है कि इस भ्रष्टाचार की खबर उच्च अधिकारियों व सबंधित नेता जनप्रतिनीधि को नहीं है। आवेदक के द्वारा सभी उच्च अधिकारियों से लेकर मंत्री स्तर के नेताओ तक इस भ्रष्टाचार के मूल दस्तावेज समेत प्रस्तुत होकर भी शिकायत की गई है । परन्तु अब तक भ्रष्टाचार में लिप्त उपजेल के उपप्रबंधक एवं कर्मचारियोे पर किसी भी प्रकार की कार्यवाई नहीं की गई है जिससे ऐसा प्रतित होता है कि उपजेल प्रबंधन के साथ – साथ बडे कद काठी के नेता व अधिकारी भी इस गोरख धंधे में संलिप्त है।

गौर करने वाली बात है कि जेल प्रबंधन द्वारा जिस व्यावसायिक संस्था से राशन खरीदा जाता है। उसी संस्थान से दूध ,अंडा की भी खरीदी की जा रही है। जहां बाजार भाव के ठीक उलट सामानो का बिल बनाकर दो -गुने दामो पर सामान की खरीदी की जा रही है । इस सबंध मे  जब जेलर श्रीमरकाम से चर्चा की गई तो उन्होने इस भ्रष्टाचार को गलत करार देते हुए कहा है कि निविंदा के पश्चात जब टेंडर भरा जाता है तो हम राशि का एमाउंट नहीं डालते उसे व्यापारी ही डालते है। अब यदि इसमें किसी प्रकार की बात आती है तो हमें इस सबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी नहीे है।रहा सामानों के भाव की बात तो वर्ष भर में सामानों के भाव गिरते बढ़ते रहते है। इसी मद्देंनजर व्यापारियों द्वारा आगामी भाव की बढ़ोतरी को लेकर सामानो के दाम बढ़ाकर लिखा जाता है। टेंडर की समीक्षा अथवा उसे सलेक्ट करने का दायित्व केवल मेरा नही है । इस प्रक्रिया में एसडीएम व हमारे विभाग के उच्च अधिकारियों के द्वारा सलेक्ट किया जाता है। इस वर्ष भी उसी प्रक्रिया से डाले गए टेंडर को सलेक्ट किया गया है।
गोपाल प्रसाद गुप्ता जिला अध्यक्ष कांग्रेस रामानुजगंज ने कहा कि यदि जेल में इस प्रकार का भ्रष्टाचार चल रहा है तो ये गलत है सबंधित अधिकारी कर्मचारी कैदियों का हक मार रहे है। हमे इसकी जानकारी नहीं थी । ये तो बहुत बड़ा गलत हो रहा है । यदि ऐसा है तो हम इस भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाई की मांग करेंगे ताकि भविष्य में इस भ्रष्टाचार की पूर्णवृति ना हो सके ।
इस मामले में बलरामपुर रामानुजगुंज जिले के कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होने फोन व्यस्त होने के कारण फोन नहीं उठाया ।
एसडीएम रामानुजगंज दूरभाष के जरिये बात करने पर उन्होने ने कहा अभी मैं हाई कोर्ट में हूं अभी मै बात नही कर पाउंगा ।