महिला उत्पीड़न : हर दुसरे दिन हुई एक महिला प्रताडि़त

चिरमिरी से रवि कुमार सावरा

  • महिला उत्पीड़न:- सालभर में जिले में दर्ज हुए 1707 प्रकरण
  • सिटी पुलिस के आंकड़ों से खुली पोल

जिले में हर दुसरे दिन कोई न कोई महिला प्रताडि़त हो रहीं है।सिटी पुलिस के आंकड़ों से ही यह तथ्य उभरा है। पिछला साल जिले की महिलाओं के लिए बहुत बुरा रहा। सन 2014 में जिले की 1707 महिलाएं प्रताड़ना की षिकर हुई। ये वे महिलाएं है, जिन्होने प्रताड़ना से तंग आकर सिटी कोतावाली जाकर षिकायत दर्ज कराने की हिम्मत दिखाई। सिटी कोतावाली में दर्ज ये आंकडे़ बता रहे है कि पिछले साल हर दुसरे दिन एक महिला आपनों-गैरों के द्वारा प्रताडित की गई की गई। इन आंकड़ों का और गहराई से विष्लेषण करें तो यह तथ्य डभरता है कि हर साठवें घंटे शहर की एक न एक महिला प्रताडि़त हुई।

नहीं हुई यौन उत्पीड़न/छेड़छाड़
सिटी कोतावाली में सन 2014 में यौन उत्पीड़न व छेड़छाड़ का एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ।

भादवि के तहत पंजीकृत अपराधों की जानकारी अवधि माह जनवरी से दिसम्बर 2014 तक

वर्ष 2014
1 हत्या 40
2 हत्या का प्रायस 26
3 अपराधिक मानव वध 01
4 बलात्कार 58
5 अपहरण/व्यपहरण
85
6 डकैती 0
7 डकैती की तैयारी 0
6 लूट 07
9 नकबजनी 80
10 चोरी(समस्त प्रकार की) 91
11 ब्लवा 28
12 खयानत 01
13 धोखाधड़ी 22
14 जली नोट 0
15 आगजनी 04
16 चोट 706
17 दहेज मृत्यु 02
18 शीलभंग 74
19 यौन उत्पीड़न/छेड़छाड़ 0
20 छहेज प्रताडना 59
21 लड़कियों का आयात 0
22 डपेक्षापूर्ण कार्य से मृत्यु 80
23 अन्य भा0द0वि 343
कुल मातला महिलाओ पर वर्ष 2014 1707
आंकडे एस0पी कार्यलय बैकुन्डपुर से संग्लन है।

कोतवाली में सन 2014 में कुल 1707 मामले दर्ज हुए।

मीठा-मीठा हजम, कड़वा-कड़वा थू

सिटी पुलिस ने बाकायदा कुछ आंकड़ो के बल पर अपराध कम होने संबंधी बात कहकर अपनी पीठ थपथपाई है। लेकिन सच्चाई फिर भी सामने आ गई है।सिटी पुलिस केे मुताबिक पिछले साल डकैती का एक भी प्रकरण दर्ज नहीं हुआ। लेकिन कई गंभीर मामले सिटी कोतवाली में दर्ज ही नहीं है किए, कुछ मामले ऐसे है, जहां पीडितों का एफआईआर दर्ज कराने कोर्ट जाना पड़ा है।इन सब बातों पर पुलिस ने मौन साध लिया है।