मंत्री जी भागवत सुन रहे हैं, इसलिए बॉर्डर का थाना, एक आरक्षक के भरोसे…

अम्बिकापुर   धन्य हैं मंत्री जी और मंत्री जी की भक्ति! प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा भागवत सुन रहे हैं, लीला कर रहे हैं। इसलिए दो राज्यों की सीमा को जोड़ने वाला थाना सूना पड़ा है। 22 गांव की सुरक्षा का जिस थाने पर जिम्मा है, वो केवल एक नगर सैनिक के भरोसे मिला। ऐसा इसलिए क्योंकि वाड्रफनगर में 15 नवंबर से भागवत चल रहा है। गृहमंत्री हैं.. वीआईपी हैं.. इसलिए पुलिस इस समय भागवत सुरक्षा में लगी है । लगना भी चाहिए क्योंकि रामसेवक पैकरा प्रदेश के गृहमंत्री हैं । लेकिन क्या एक ऐसा थाना जिसके क्षेत्र में पिछले दिनों 5 धान के ट्रक को पकड़ा गया । इसी महीने गांजे से भरा ट्रक पकड़ा गया । उत्तरप्रदेश से धान की तस्करी का खतरा हर समय बना हुआ है । इसके बावजूद भी पुलिस के लिए लोगों की सुरक्षा से बडी मंत्री जी के भागवत की सुरक्षा है।

आपको बता दें की उत्तरप्रदेश और छतीसगढ़ की सीमा के बसंतपुर थाने में 19 कांस्टेबल, 2 हेड कांस्टेबल, 2 एसआई और टी आई सहित कुल 24 स्टाफ की पदस्थापना है.. लेकिन इस थाने में जब हमारी टीम पहुची तो वहां महज एक आरक्षक नजर आया.. पता चला की 6 पुलिस कर्मी भगवत ड्यूटी पर है, 3 छुट्टी में है, 3 डाक ड्यूटी में, 1 गैरहाजिर, 2 अवकाश, 2 वारंट ड्यूटी और 1 जिला मुख्यालय में है लिहाजा सीमा पर बने थाने में महज एक आरक्षक की मिला जिस पर पूरे थाने और 22 गांव की जिम्मेदारी है.. अब आप ही सोचिये इस आरक्षक में कितनी काबिलियत होगी जो इतनी बड़ी जिम्मेदारी को अकेले ही सम्हाले हुए है..