फिल्म दंगल की कहानी 99% सच, 1% है मसाला : बबिता फोगाट

रेसलर बबिता फोगाट हुई मीडिया से मुखातिब…

अम्बिकापुर

देश दीपक “सचिन”

स्थानीय सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में पहुची रेसलर बबिता फोगाट ने कहा की यहा की लडकियो को देखकर लगा कि वो पहले से ही आगे है जो प्रतिभा छुपी है सरकार मदद करे, सरकार स्कूलो मे सुविधा दे तो प्रतिभा गांवो से निकल कर आएगी। क्रिकेट, निशानेबाजी को अमीर लोग चुनते है, क्योकि गरीब लोग उसका खर्च नही उठा सकते है।  बबिता ने युवाओं को कहा की जूझ कर निकलोगे तो मिषाल बन जाओगे, वो लोग मिशाल बनते है जो पीछे मुड़कर नहीं देखते है, मिट्टी के बाद मैट पर खेलना एक चुनैती होती है,हमारा लक्ष्य ओलंपिक मे मेडल लाना है, जब तक नही मिलेगा वही लक्ष्य रहेगा।  बबिता ने हरियाणा के माहौल के सवाल पर कहा की अब माहौल बदल गया है पहले महिलाए घूंघट मे रहती थी लेकिन अब घूंघट मे नही रहती है, दगंल देखने के बाद और माहौल बदल रहा है, हरियाणा जैसे जगह मे महिलाओ को घूंघट बिना बाहर निकलने नही देते थे, लेकिन अब घर वाले खुद बाहर लेकर आ रहे है,, लोगो की सोंच बदलने मे अभी समय लगेगा ! अगर हम रेसलिंग करते है तो हमारी बहन रेसलिंग कास्टूयम नही पहन नही सकती है, किसी ग्रंथ मे नही लिखा है कि लडकी निकर नही पहन सकती है, लडके तो एयरपोर्ट मे निकर पहन कर निकल जाते है लेकिन लडकी अगर पहन कर निकल गए तो बडी बात हो जाती है,, बडा दुख होता है कि सारे नियम धर्म लडकियो के उपर ही लागू होते है।

पत्रकारों से चर्चा करते हुए बबिता ने बताया फिल्म दंगल की कहानी 99 प्रतिशत सही है पिता जी को कमरे मे बंद करना, मेरे भाई को ज्यादा मजाकिया दिखाना फिल्म का मासला था बाकि सब कुछ वास्तविक है। वेट घटाना आसान है लेकिन हमको प्रेक्टिस करना पडता है तो वेट लाश करे या प्रेक्टिस, वेट लास करने में आखिरी के दो दिन में तो हम लोग पानी की एक बूँद तक नहीं पीते है, उस समय वास्तविकता की पहचान होती है, बबिता ने आगे कहा की छग के बारे मे सुना था ये बैकवर्ड है लेकिन अब मैने यहा आकर देखा कि यहा नेचुलर ब्यूटी है, सफाई है, खेल मे यहाँ के लोग आगे है। उन्होंने कहा की हरियाणा मे बहुत पहले से शौचालय बना है लेकिन आज भी बाहर शौचालय करने जाते है.. विदेश से मेरे मित्र आते है पूछते है कि तुम्हारे यहां लोग बाहर शैचाल़य क्यो जाते है। बबिता ने यह भी कहा की खेल मे राजनीति नही लाना चाहिए। क्योकि अगर खेल मे राजनीति आ गई तो खेल खत्म ही जाएगा, लेकिन हमारे रेसलिंग मे ऐसा कुछ नही है।