छत्तीसगढ़ विधानसभा: राज्यपाल पर टिप्पणी को लेकर सदन सख्त, दोनों पक्ष के बीच तीखी नोकझोंक

Chhattisgarh News: प्रश्नकाल के बाद आरक्षण विधेयक को मंजूरी का मुद्दा सदन में फिर गुंजा, आरक्षण का मुद्दा उठते ही फिर शोर शराबा शुरू हो गया, दोनों पक्ष के बीच बहस भी हुई और हंगामें के कारण विधानसभा की कार्यवाही 10 मिनिट के लिए स्थगित कर दी गयी.

कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने आदिवासी आरक्षण को लेकर अपनी बात रखी, सदन में विपक्ष ने सरकार का विरोध भी किया.

राज्यपाल पर टिपण्णी को लेकर सदन सख्त

स्पीकर डॉक्टर चरणदास महंत ने कहा- राज्यपाल संवैधानिक पद है, राज्यपाल के प्रति अमर्यादित टिप्पणी ना हो, इस बात का ध्यान रखे.

मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि अपमान जैसी बात नहीं है. कहीं कोई अपमान नहीं कर रहा है. अधिकार की माँग कि जा रही है. और मोहन मरकाम ने कहा- बीजेपी के इशारे पर राज्यपाल काम कर रही हैं. आदिवासियों और पिछड़ों का हक़ छीना जा रहा है. छत्तीसगढ़ की आदिवासियों, पिछड़ों के हक़ के लिए 1-2 दिसंबर को आरक्षण विधेयक इसी सदन में सर्व सम्मति से पारित किया गया था. आज तक इस पर दस्तख़त नहीं किया गया.

मंत्री उमेश पटेल, मंत्री अमरजीत भगत, मंत्री शिव डहरिया ने कहा- बीजेपी आरक्षण विरोधी है.

भारी शोरगुल के बीच सदन की कार्यवाही पाँच मिनट के लिये फिर स्थगित कर दी गयी.