पेट्रोल पंप में गोलीकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार

अम्बिकापुर 

नगर से लगे रामानुजगंज मार्ग पर स्थित रविशंकर पेट्रोप पंप में 22 अक्टूबर 2015 दहशरा पर्व की शाम तीन नकाब पोस बाईक सवारों द्वारा लगातार 8 बार फायरिंग करने के मामले में पुलिस ने उसके मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई थी कि पेट्रोल पंप के मैनेजर की हत्या के इरादे से नकाब पोसों ने गोली चलाई थी। घटना के बाद से तीनो नकाब पोस फरार थे। यह घटना पेट्रोल पंप में लगे सीसी कैमरे में कैद हो गई थी। इस आधार पर बिहार निवासी राहुल सिंह व उसके रिश्तेदार जैक सिंह की पहचान पुलिस ने कर ली थी। फरार आरोपियों को पकडे पुलिस लगातार उनके ठिकानों में दबिश दे रही थी। कोतवाली व क्राईम ब्रांच ने घटना के मुख्य आरोपी राहुल सिंह को गुरूवार आज गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि 22 अक्टूबर दहशरे की शाम नगरवासी पर्व की खुशियों में डुबे थे। उसी दौरान रामानुजगंज मार्ग में आईजी बगले से महज 200 मीटर की दूरी पर स्थित रविशंकर पेट्रोल पंप में लगातार 8 राउंड़ फायरिंग की घटना ने शहर में दहशत का माहौल व्याप्त कर दिया था। पेट्रोल पंप में पहुंच बाईक सवार तीन नकाब पोश युवकों ने बाईक से उतर कर 8 एमएम पिस्टल से लगातार फायरिंग शुरू कर दी थी। गोली की आवाज सुनते ही वहां पेट्रोल भरावा रहे लोगों में अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई थी। अज्ञात युवकों ने पेट्रोल पंप संचालक के कार्यालय में निशाना लगाते हुये लगातार फायरिंग की। दहशत से आफिस में बैठे मैनेजर जितेन्द्र पाण्डेय व सेल्स मैन राज कुमार राजवाड़े, अजय उर्फ मोनू जरक और बसंत भगत टेबल के नीचे छुप कर अपनी जान बचाई थी। घटना के दौरान पेट्रोलिंग कंपनी के कुछ अधिकारी भी आये हुये थे। उन लोगों ने अपने आप को बचाते हुये आफिस के अंदर एक कमरे में अपने को बंद कर लिया था। फायरिंग के बाद तीनों युवक बाईक में सवार होकर शंकर घाट की ओर फरार हो गये थे।

घटना के बाद क्राईम ब्रांच व कोतवाली टीम ने मौके से चार जिंदा कारतूस भी जब्त किये थे। घटना की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक आरएस नायक भी मौके पर पहुंचे और पेट्रोल पंप के सीसी टीव्ही को जब्त किया था। सीसी टीव्ही फुटेज के आधार पर बिहार निवासी राहुल सिंह व उसके एक रिश्तेदार जैक सिंह की पहचान पुलिस ने कर ली थी। क्राईम ब्रांच व कोतवाली की टीम लगातार बिहार स्थित आरोपियों ने निवास स्थान पर दबिश दे रही थी। लेकिन शातिर आरोपी वहां से निकलने में कामयाब हो जा रहे थे। लगातार दबिश के बाद भी पुलिस के चंगुल से आरोपियों के निकल जाने पर एसपी ने आरोपियों का सुराख देने वालों के लिए 5 हजार रूप्ये देने की घोषणा भी की थी। 25 फरवरी को पुलिस ने सफलता हासिल करते हुये घटना के मुख्य आरोपी राहुल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। मामले मंे संलिप्त दो अन्य आरोपियों के बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है।

पुलिस ने आरोपी के पास से एक पल्सर बाईक, घटना में प्रयुक्त एक देशी कट्टी, खाली खोखा जप्त किया है। इस पूरी कार्यवाही में क्राइम ब्रांच प्रभारी भूपेस सिंह, विनय सिंह, प्रधान आरक्षक राम अवध सिंह, आरक्षक राकेश शर्मा, उपेन्द्र सिंह, विकास सिंह, बृजेश राय, मनीष यादव, दशरथ राजवाडे़, अमित विश्वकर्मा सहित कोतवाली के उपनिरीक्षक अब्दूल मुनाफ व आरक्षक आलोक गुप्ता सक्रिय थे।
मैनेजर से दुश्मनी आई सामने

जांच में पुलिस के पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि राहुल सिंह का पेट्रोल पंप मैनेजर जितेन्द्र पाण्डेय से व्यवसायिक दुश्मनी थी। राहुल सिंह गांधीनगर में किराये के मकान में रहकर बतौली स्थित पेट्रोल पंप के समीप एक ढ़ाबा चलाता था। पेट्रोल, डीजल में हेराफेरी को लेकर पूर्व में दोनों की कहासूनी हुई थी। इसी रंजिश की वजह से हत्या करने की नियत लेकर राहुल ने जैक सिंह व एक अन्य के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था।