पहले मंत्री की पत्नी बनी उनकी निज सचिव .. बाद मे आदेश निरस्त.. आखिर क्यों?..

रायपुर…प्रदेश में आज एक ऐसा वाक्या देखने को मिला जब प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने खुद ही अपनी पत्नी को अपना पीए बनाने का आदेश जारी कर दिया ..यानी निज सचिव ..और वह आदेश भी दो घण्टे बाद निरस्त कर दिया..यह आदेश किसके कहने पर जारी किया गया. यह अब तक जिम्मेदार सरकारी मातहत कहने से बच रहे है..पर सच तो सच है वह लाख छिपाए छिप तो नही सकता ..पर यह सच अब उजागर हो चुकी है..और अब सुर्खियों में है..और भला हो भी क्यो ना?..सवाल तो पति पत्नी का है..

दरअसल सूबे के स्कूल शिक्षा, अनुसूचित जाति जनजाति विकास मंत्री प्रेम साय सिंह है. जो पहले कभी वर्ष 2000 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रहे अजित जोगी की सरकार में कृषि मंत्री रहे..और अब एक बार फिर से वे भूपेश सरकार में मंत्री है..अब मंत्री है तो उनका निज सहायक भी सरकारी ही होगा और होना भी चाहिए.. लेकिन मंत्री जी ने तो अपनी पत्नी को ही अपना पीए बना लिया और नियम विरुद्ध तरीके से आदेश भी जारी करवा दिया..जो बाद में निरस्त भी हुआ और महज दो घण्टे में..

बता दे कि राजधानी रायपुर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ डॉक्टर रमा सिंह स्कूली शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिह की पत्नी है..और उन्ही को आज मंत्री प्रेम साय का पीए बनाये जाने का आदेश हुआ था..जबकि जानकारों की माने तो कोई भी मंत्री अपने सगे सम्बन्धियो को सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को अपना निज सचिव नही बना सकता..सो वह आदेश निरस्त कर दिया गया..