नर्सिंग होम एक्ट के तहत हो रही कार्यवाही पर उठे सवाल-विद्या डायग्रोस्टिक बिना पंजीयन के ही संचालित 

अम्बिकापुर  

मंगवार को चिकित्सकों व प्रशासनिक अमले की टीम नर्सिंग होम एक्ट के तहत कार्यवाही करने एक शिकायत के तहत सीएमओ कार्यालय से लगे विद्या डायग्रोस्टिक पहुंची थी। लगभग आधा घंटा एक कमरे के अंदर दस्तावेज की जांच करने के बाद बाहर निकली टीम ने कहा कि यहां सब कुछ ठीक मिला। कार्यवाही करने पहुंचे डॉ व्हीके श्रीवास्तव ने कहा कि उक्त डायग्रोस्टिक सेंटर का पंजीयन प्रक्रियाधीन है। हाईकोर्ट के गाईडलाईन के तहत हम बिजी हो गये थे। इस कारण से पंजीयन की कार्यवाही पूरी नहीं कर सके। पंजीयन नहीं होने के बाद भी वहां पहुंची टीम द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किये जाने से कई सवाल खड़े हो गये हैं।

 

गौरतलब है कि हाईकोर्ट के निर्देश के तहत इन दिनों नर्सिंग होम एक्ट के तहत जिले में बिना कायदे कानून के संचालित हो रहे लैब व क्लीनिक सहित नर्सिंग होम का सील करने की कार्यवाही जोर-शोर से की जा रही है। इसी के तहत शिकायत मिली थी कि सीएमओ कार्यालय से लगे विद्या डायग्रोस्टिक सेंटर बिना पंजीयन के ही संचालित है। कलेक्टर के निर्देश पर मंगलवार को टीम ने उक्त डायग्रोस्टिक सेंटर में छापा मारा। छापे में यह स्पष्ट हो गया कि उक्त सेंटर बिना पंजीयन के ही संचालित है, परंतु टीम में शामिल डॉ श्रीवास्तव ने कहा कि उनका पंजीयन हमारे द्वारा ही करना था, परंतु हमारे बिजी होने के कारण हम उसका पंजीयन नहीं कर सके। इसके बाद भी कार्यवाही नहीं करना कई प्रश्नों को जन्म दे रहा है। मौके पर डॉ श्रीवास्तव से पूछने पर उन्होंने बताया कि पंजीयन प्रक्रिया में है। प्रक्रिया में होने पर डायग्रोस सेंटर संचालित किया जा सकता है।

तो करेंगे कार्यवाही-श्रीवास्तव

मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने सिंह सोनोग्राफी सेंटर के बारे में बताया गया कि वहां सोनोग्राफी सेंटर तो है, परंतु महिला व पुरूषों के लिये न तो शौचालय की कोई व्यवस्था है और न ही कोई अन्य सुविधा। इस सवाल पर डॉ श्रीवास्तव ने कहा कि पूर्व में वहां की जांच की गई थी तो ठीक पाया गया था,  इतना ही नही सिंह पैथालांजी मे कार्यवाही का सवाल नर्सिंग होम एक्ट के तहत कार्यवाही के लिए बनाई गई टीम के नोडल अधिकारी डाँ श्रीवास्तव से किया गया तो उन्होने कहा कि वहां के लिए कोई शिकायत नही आई है। मतलब साफ है कि नोडल अधिकारी हाई कोर्ट के निर्देष के बाद भी शिकायत का इंतजार कर रहे है। हांलाकि अंत मे उन्होने कहा कि अगर ऐसी अव्यवस्था है तो वहा भी कार्यवाही की जाएगी।

कैसे होगी लोगो की जांच

जिले समेत संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर मे डेढ दर्जन संस्थानो मे कार्यवाही के बाद जहां नर्सिंग होम, डायोनेस्टिक सेंटर और पैथालाँजी संचालको मे हडकंप मचा है तो वही इस कार्यवाही के बाद एक स्वभाविक सवाल ने जन्म ले लिया है। दरअसल इस कार्यवाही मे शहर मे संचालित कई नामी गिरामी लाईसेंस प्राप्त सेंटरो को सील कर दिया गया है और दूसरी ओर मेडिकल कालेज अस्पताल मे लगी सीटी स्केन मशीन समेत कई मशीन हमेशा खराब रहती है। ऐसे मे अब आम आदमी के सामने ये चुनौती है कि कार्यवाही के बाद जो एक दो सेंटर खुले है उसी मे लोग अपनी जांच कराए और मोटी रकम देने के लिए बाध्य हो ।