नगर निगम में पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली.. महापौर ने दिए एफआईआर कराने के निर्देश ..काट रहे ननि के नाम की रशीद

अम्बिकापुर -शहर में पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली का कार्य जोरों पर चल रहा है। यह मुद्दा आज महापौर परिसद की बैठक में भी गरमाया रहा। शहरी आजीविका मिशन द्वारा नगर निगम के नाम पर रशीद काटने की सूचना मिलने पर महापौर डॉ. अजय तिर्की व एमआईसी सदस्य अजय अग्रवाल ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। इसके साथ ही उन्होंने ने मामले में एफआईआर कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए है। महापौर ने स्पष्ट तौर पर कहा कि ननि द्वारा शहर की जनता पर किसी भी प्रकार का अतिरिक्त भार नही दिया गया है। ना तो इसकी एमआईसी व सामान्य सभा से स्वीकृति ली गई और ना ही निर्वाचित जन प्रतिनिधियों को इसकी जानकारी दी गई।
दरअसल शहर में यातायात व्यवस्था को सुदृढ करने के लिए शहर के अलग-अलग स्थानों पर पार्किंग स्थल का निर्धारण किया गया है। यहां तक तो यह व्यवस्था सही थी परंतु शहरी आजीविका मिशन द्वारा पार्किंग का किराया वसूलने के जिम्मा स्वयं सहायता समूह को दे दिया गया है।  स्वयं सहायता समूह की महिलाएं जगह जगह बैनर पोस्टर लगाकर पार्किंग के नाम पर वसूली कर रही है। हालाकिं इससे कई महिलाओं को एक रोजगार मिला है परंतु इस वसूली के लिए ना तो नगर निगम के एमआईसी में कोई प्रस्ताव आया उर ना ही सामान्य सभा में। नगर के महापौर व अन्य निर्वाचित जन प्रतिनिधियों को भी इसकी जानकारी नही है। शहरी आजीविका मिशन द्वारा मगर निगम की के नाम पर रशीद काटा जा रहा है। गुरुवार को यह मुद्दा महापौर परिषद में उठाया गया जिसपर महापौर डॉ. अजय तिर्की, एमआईसी सदस्य अजय अग्रवाल ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ननि सरकार की जानकारी में ऐसा कोई भी टैक्स अलग से वसूलने के प्रावधान नही किया गया है। महापौर के निर्देश पर जब निगम के अधिकारियों ने इसकी मौके पर जाकर जांच की तो कई महिलाएं ननि के रशीद पर पार्किंग चार्ज वसूलती मिली। जिसके बाद महापौर ने शहरी आजीविका मिशन के डीपीएम शौरभ राय को बुलाकर उनसे इस बारे में पूछताछ की तो डीपीएम का कहना था कि ननि आयुक्त के मौखिक आदेश पर स्वयं सहायता समूह को यह कार्य दिया गया था परंतु इसके पीछे अवैध वसूली का कोई उद्देश्य नही था। इसपर महापौर ने बतायाकि पूर्व में भी गुदरी बाजार में पार्किंग चार्ज वसूलने का प्रस्ताव एमआईसी में लाया गया था व उस वक्त ही सभी पार्किंग वसूली को प्रतिबंधित कर दिया गया था। इसके बाद भी क्यो वसूली की गई और वो भी ननि के रशीद पर। महापौर व एमआईसी सदस्य ने निगम अधिकारियों को मामले में एफआईआर कराने के निर्देश दिए है