तीन दिवसीय मैनपाट कार्निवाल सम्पन्न

कार्निवाल से मैनपाट पर्यटन सहित विकास की दिषा में काफी आगे बढ़ा – गृहमंत्री श्री पैकरा

अम्बिकापुर 16 फरवरी 2015

छत्तीसगढ़ का षिमला के नाम से विख्यात सरगुजा जिले के मैनपाट में आयोजित तीन दिवसीय मैनपाट कार्निवाल आज रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ सम्पन्न हुआ। प्रदेष के गृह, जेल एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री रामसेवक पैकरा ने समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैनपाट कार्निवाल की वजह से मैनपाट पर्यटन के क्षेत्र सहित विकास की दिषा में भी काफी आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि यहां विकास की बहुत संभावनाएं हैं।m3
मैनपाट कार्निवाल समापन समारोह के मुख्य अतिथि श्री पैकरा ने कहा है कि मैनपाट में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही पर्यावरण को भी बचाए रखने की आवष्यकता है। उन्होंने मैनपाट कार्निवाल में सरगुजा के ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और देष के कोने-कोने से आए कलाकारों और दर्षकों को बधाई दी। श्री पैकरा ने कहा कि जिला प्रषासन के माध्यम से मैनपाट में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही स्थानीय कलाकारों को भी मंच उपलब्ध कराने के लिए यह सराहनीय प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रषासन की इस सराहनीय पहल की वजह से ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को अपनी सांस्कृतिक प्रतिभा को सामने लाने का यह कार्निवाल अच्छा साधन साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि इस कार्निवाल की वजह से यहां सरगुजा जिले के कलाकारों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा, वहीं मैनपाट की पहचान देष-विदेष में भी बन सकेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मैनपाट कार्निवाल को और बेहतर ढंग से आयोजित करने का प्रयास किया जाएगा। श्री पैकरा ने ठण्ड के मौसम और आंधी-तूफान आने के बावजूद भी मैनपाट कार्निवाल को सफल बनाने वाले सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता श्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि तीन दिवसीय मैनपाट कार्निवाल में स्कूली बच्चों द्वारा भी बहुत ही उम्दा किस्म के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। उन्होंने कहा कि पहले यहां आने पर रात्रि में प्रकाष हेतु केवल लालटेन का सहारा रहता था, लेकिन अब मैनपाट बहुत बदल गया है। उन्होंने कहा कि मैनपाट कार्निवाल में कलाकारों द्वारा बड़े ही उमंग से राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। उन्होंने कहा कि जिला प्रषासन सहित सभी चाहते हैं कि कोई कलाकार आर्थिक स्थिति की वजह से अपनी कला का प्रदर्षन करने से न चूके यदि ऐसी स्थिति आती है तो वे अवगत कराएं।

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सीतापुर के विधायक श्री अमरजीत भगत ने कहा कि कार्निवाल शुरू होने के पहले मैनपाट आने में बहुत से चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। मैनपाट कार्निवाल के आयोजन के बाद यहां विकास के बहुत से कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम सभी को एक साथ जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रषासन के प्रयास से सभी राजनीतिक दलों के लोगों को एक साथ बैठकर मैनपाट कार्निवाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में मैनपाट छत्तीसगढ़ का सिरमौर बने और देष-विदेष में इसकी पहचान बनें। इस अवसर पर नगर निगम अम्बिकापुर के महापौर डाॅ. अजय तिर्की ने जिला प्रषासन के प्रयासों और स्कूली बच्चों सहित कलाकारों तथा दर्षकों के जज्बे की सराहना करते हुए मैनपाट क्षेत्र के लोगों से कहा कि वे पर्यटन स्थल को बचाए रखने के लिए वृक्षारोपण अवष्य करें।
छत्तीसगढ़ हस्तषिल्प विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री अनिल सिंह मेजर ने कहा कि सरगुजा जिले के स्कूली छात्र-छात्राओं ने मैनपाट कार्निवाल में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाया है। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम काबिले तारीफ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैनपाट कार्निवाल की वजह से सरगुजा की संस्कृति और यहां की माटी की महक को कार्निवाल में सामने आने का मौका मिला है। m2
सरगुजा संभाग के कमिष्नर श्री टी.सी. महावर ने कहा कि सरगुजा जिले में प्रतिभाओं की कमी नहीं है और यहां प्राकृतिक सौंदर्य की भी कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि मैनपाट में पक्षियों की चहचहाहट और टाईगर प्वाईंट एवं मेहता प्वाईंट में सूर्य की लालीमा सहित प्राकृतिक सौंदर्य दर्षकों को अनायास ही अपनी ओर आकर्षित करते हैं। उन्होंने कहा कि यह गर्व का विषय है कि सरगुजा जिले के बच्चों द्वारा इस कार्निवाल में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई है। श्री महावर ने कहा कि यहां के ग्रामीण कलाकारों को अपनी प्रतिभा निखारने का अच्छा मौका मिला है और मैनपाट कार्निवाल सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सुंदर व मौलिक प्रस्तुति का केन्द्र बन गया है।
कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने कहा कि मैनपाट कार्निवाल 2015 प्रादेषिक, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का संगम बन गया है। उन्होंने कहा कि पहले दिन सात महाद्वीप के नृत्य कोरियन, जापानीज आदि और दूसरे दिन छत्तीसगढ़ की थीम पर पंथी, करमा, पंडवानी, लोकनृत्य और तीसरे दिन हिन्दुस्तान की झलक देखने को मिली है। श्रीमती सैन ने बताया कि मैनपाट कार्निवाल के आयोजन का यह चैथा वर्ष रहा है, जिसके आयोजन में सहयोग और शुभकामनाएं रही है। उन्होंने कहा कि मैनपाट कार्निवाल से देष के पर्यटन नक्षे पर मैनपाट स्थापित होने लगा है। उन्होंने कहा कि सरगुजा जिले कला व संस्कृति की दृष्टि से बहुत समृद्ध है और यहां प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि मैनपाट कार्निवाल में 650 स्कूली बच्चों द्वारा तथा 340 अन्य प्रतिभागियों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का प्रस्तुतिकरण किया गया। कलेक्टर श्रीमती सैन ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने मैनपाट कार्निवाल आयोजित कराकर मैनपाट की खूबसूरती को चार चांद लगाने में सहयोग देने वाले सभी अधिकारियो-कर्मचारियों और सरगुजा जिले के नागरिकों को धन्यवाद दिया है। पुलिस अधीक्षक श्री सुन्दरराज पी. ने आभार व्यक्त करते हुए मैनपाट कार्निवाल 2015 के आयोजन में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष सहयोग देने वालो के प्रति भी धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर लुण्ड्रा क्षेत्र के विधायक श्री चिन्तामणि महाराज, जनपद अध्यक्ष, कमलेष्वरपुर के सरपंच, जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, अधिकारी – कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में दर्षक उपस्थित थे।

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प्रतियोगिताओं के परिणाम
मैनपाट कर्निवाल के तहत पतंगबाजी, रंगोली, कुर्सी दौड़, रूमाल दौड़, पिट्ठूल, गिल्ली-डंडा, स्लो सायकल रेस, आर्केस्ट्रा बैण्ड, फैन्सी ड्रेस पैरेन्ट्स आइडल एवं सुपर ग्र्रेन्ड पैरेन्ट्स आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। पतंग प्रतियोगिता में आषु गुप्ता प्रथम, एम. सिद्दीकी द्वितीय तथा प्रिन्स जैन तृतीय स्थान पर रहे। इसी प्रकार फैन्सी पतंग प्रतियोगिता में रितेष सोनी प्रथम, कमलेष अग्रवाल द्वितीय तथा गणेष केषरी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। रंगोली प्रतियोगिता में श्रीमती रत्ना ने प्रथम, आषी सिंह ने द्वितीय तथा सुधा मंडल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। महिला कुर्सी दौड़ में प्रियंका प्रथम, अंजू द्वितीय तथा गीता लहरे तृतीय स्थान पर रही। रूमाल दौड़ में आषा खलखो प्रथम, राजकुमारी द्वितीय तथा अंजू ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
महिलाओं के पिट्ठूल प्रतियोगिता में किरण एवं अन्य ने प्रथम, सविता एवं अन्य ने द्वितीय तथा माध्यमिक शाला कमलेष्वरपुर के बच्चों ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। पुरूषों के लिए आयोजित पिटठ्ल प्रतियोगिता में वाहिद साह एवं अन्य ने प्रथम, राजिन्द्र एवं अन्य ने द्वितीय तथा कामिन्द्र एवं अन्य ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। गिल्ली-डंडा प्रतियोगिता में अजय एक्का एवं अन्य ने प्रथम, दिलीप टोप्पो एवं अन्य ने द्वितीय एवं अनुसूचित जाति पारा नर्मदापुर के लोगों ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। स्लो सायकल रेस प्रतियोगिता में वाहिद साह ने प्रथम, जयप्रकाष ने द्वितीय, सुभीक यादव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। आर्केस्ट्रा स्कूल बैण्ड के तहत कार्मेल कान्वेट स्कूल अम्बिकापुर ने प्रथम एवं ओरिएण्टल पब्लिक स्कूल ने द्वितीय स्थान, आर्केस्ट्रा बैण्ड ओपन प्रतियोगिता के तहत ब्रजेष शर्मा एवं बैण्ड पार्टी को प्रथम, पैराडाईज बैण्ड को द्वितीय एवं मेलोडीह बैण्ड को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।
फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता के तहत 6 आयु तक वर्ग में नम्य आदित्य ने प्रथम, समृद्धि अग्रवाल ने द्वितीय एवं काव्या अग्रवाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रतियोगिता के तहत 6 से 12 वर्ष के आयुवर्ग में मेहूल पाण्डेय को प्रथम, सेफाली को द्वितीय एवं सिद्धार्थ लकड़ा को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। पैरेन्ट्स आइडल सरगुजा के तहत निमेष गुजराती कपल को तथा सुपर ग्रांड पैरेन्ट्स में राजकुमार एवं ममता को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ।