डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान का नेता प्रतिपक्ष नें लिया जायजा

  • जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने किया स्कूलों का निरीक्षण
  • नेता प्रतिपक्ष समेत राज्य एवं जिला स्तर के उच्चाधिकारियों ने ग्रामीण स्कूलों का हाल जाना

 

अम्बिकापुर(उदयपुर से क्रांति रावत)

डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत् स्कूल की गुणवत्ता की जांच करने नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंह देव आज उदयपुर विकासखण्ड के प्राथमिक शाला महुआटिकरा, कुमडेवा, पहुंचे जहां पर उन्होंने बच्चों, शिक्षकों तथा अभिभावकों से स्कूल की गुणवत्ता बढ़ाने, शैक्षणिक सुधार कार्यक्रम हेतु आवश्यक पहल हेतु आमजनों से भी राय ली। इस दौरान उन्होंने बच्चों से प्रश्न-उत्तर भी किया। नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंह देव ने बताया कि यह स्कूल डी ग्रेड में आया है। अतः यहां शिक्षा गुणवत्ता के सुधार की दृष्टि से आवश्यक पहल व कार्यवाही की दृष्टि से इसे मैंने गोद लिया है। उन्होंने कहा कि इसके पूर्व उन्होंने मिडिल स्कूल सायर का भी निरिक्षण किया तथा वहां के शैक्षणिक गुणवत्ता से संबंधित जानकारी इक्ट्ठी की है, जिसे शासन को प्रेषित करेंगे।

शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार हेतु सितम्बर माह में ब्लाॅक स्तर के अधिकारियों की अलग अलग टीम बनाकर बीस बिन्दुओं के आधार पर प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं का निरीक्षण का कार्य सौंपा गया था। स्कूलों के प्राप्त अंकों को आॅनलाईन इन्ट्री कराने के बाद उन्हे ग्रेडिंग प्रदान किया गया था। जिसमें ब्लाॅक के कुल 258 प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में से 145 को सी ग्रेड एवं 16 स्कूलों को डी ग्रेड प्रदान किया गया। जिन स्कूलों की ग्रेडिंग सी एवं डी दिया गया है उनकी गुणवत्ता में सुधार के लिए पुनः राज्य से लेकर जिला स्तर तक के जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को आकलन के लिए अलग अलग स्कूलों में भेजा जा रहा है। निरीक्षण के लिए 100 बिंदुओं का प्रपत्र है जिसके आधार पर विद्यालय में शिक्षा के गुणवत्ता का निर्धारण किया जा रहा है। अक्टूबर से जनवरी तक इनकी रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार का कार्य किया जायेगा। इसी तारतम्य में आज उदयपुर के विभिन्न स्कूलों में नेता प्रतिपक्ष टीएस IG SURGUJAसिंहदेव, आईजी टीजे लांगकुमेर, कमांडेंट डीआर अचला समेत कई अधिकारियों ने अलग अलग स्कूलों का निरीक्षण किया। नेता प्रतिपक्ष ने कुमडेवा के महुआटिकरा प्राथमिक स्कूल का निरीक्षण किया जिसमें विद्यालय अभिभावक मिटिंग आयोजित नही करने पर उपस्थित शिक्षकों से जवाब तलब किया। अभिभावकों से बच्चों को निजी स्कूलों में भेजने का भी कारण पुछा जिस पर लोगों ने बताया कि शिक्षा का स्तर ठीक है इसलिए निजी स्कूलों में बच्चों को भेजते है। स्कूल में कुछ बच्चों को स्कूली बस्ता नही मिलने से बच्चे झोला में किताब कांपी लेकर आये थे। जिन्हे स्कूली बस्ता प्रदान करने की घोषणा की गई। विद्यालय के बच्चों को आसपास के दर्शनीय स्थलों के भ्रमण के लिए साधन की व्यवस्था की घोषणा की गई। आईजी टीजे लांग कुमेर ने पूर्व माध्यमिक स्कूल घुंचापुर एवं प्राथमिक स्कूल बोंगरू का निरीक्षण किया । उपस्थित ग्रामीणों ने पुरूष शिक्षक के साथ महिला शिक्षिका की व्यवस्था किये जाने की बात रखी । विद्यालयों में उपस्थित बच्चों एवं अभिभावकों से सौहाद्रपूर्ण वार्तालाप में आईजी ने ग्रामीणों से सभी बच्चों को स्कूल भेजने का आग्रह एवं शराब खोरी पर लगाम लगाने की बात कही। छोटे छोटे मामलों को स्थानीय स्तर पर सुलझा लेने की सलाह ग्रामीणों को दी। उन्होने कहा छत्तीसगढ़ राज्य में प्राकृतिक रूप से सभी संसाधन उपलब्ध है। शिक्षा के माध्यम से स्थानीय बच्चे कौशल विकास कर विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ बनकर इन संसाधनों का उपयोग करते हुये अपने एवं समाज का विकास कर सकते है। कमांडेंट डी आर अचला ने सलका स्कूल का निरीक्षण किये इसके अतिरिक्त भी अन्य अधिकारियों ने अलग अलग स्कूलों का निरीक्षण किया।