खुद के क्षेत्र में मची है लूट और मंत्री जी बता रहे है 14 साल की उपलब्धियां..

अंबिकापुर (कृष्ण मोहन कुमार) प्रदेश के गृह मंत्री रामसेवक पैकरा के खुद के संभाग में लूट मची हुई है.. पिछले चार दिन में लूट की चार बड़ी वारदाते सामने आई है.. इसके अलावा भी सरगुजा रेंज में बैंक डकैती, ह्त्या, किडनैपिंग की वारदात इस तरह बढी है जैसे यह कोई वाकया नहीं बल्की फिल्म की काल्पनिक कहानी हो लेकीन इन सब से बेपरवाह प्रदेश के गृह विभाग के जिम्मेदार मंत्री राजधानी में बैठ कर बड़े ही गौरव के साथ 14 साल की उपलब्धियां बता रहे है.. वो बता रहे है की कैसे 14 वर्षो में कानून व्यवस्था बेहतर हुई है.. बताना भी लाजमी है क्योकी 14 के पहले के दस वर्षो में क़ानून व्यवस्था वाकई बेहतर हुई है सरगुजा से नक्सलवाद को ख़त्म करना कोई छोटा काम नहीं था..लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है की जिस मंत्री के कार्यकाल में वाहवाही का ढिंढोरा पीटा जा रहा है.. उनके मंत्री बनाने के बाद से सरगुजा रेंज में भय का माहौल फिर बन चुका है.. लूट, ह्त्या, डकैती, अपहरण जैसी वारदातें आम हो चुकी है.. वही रेंज का एक जिला फिर से लाल आतंक के आगोश में जाता देखा जा रहा है.. ऐसे में आपकी उपलब्धियों को क्या माना जाय..?

बहरहाल सरकार के 14 साल पूरे होने पर विभाग की उपलब्धियों को लेकर गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने प्रेसवार्ता में बताया की 14 सालों में प्रदेश की कानून व्यवस्था हुई बेहतर, पुलिस विभाग का बजट 2003 में 288 करोड़ था, जो बढ़कर 3531 करोड़ हुआ है, थाना 293 व चौकी 57 से बढ़कर 453 व 113 हो गई, इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा की 2022 तक नक्सल समस्या को समाप्त कर देंगे.. राज्य में पुलिस हाऊसिंग कारपोरेशन का गठन, 2003 में 26 जेले थी , जो अब 33 हो गई है, बन्दी आवास क्षमता 4503 से बढ़कर 10287 हो गई, जो 2018 में 13567 होगी, जेलों में सुधार गृह का काम, पुलिस का आधुनिकीकरण, वीडियो कांफ्रेंसिंग, सीसीटीवी, आधुनिक उपकरण, सोलर सिस्टम, कौशल विकास योजना आदि की व्यवस्था जैसी उपलब्धियों को गृह मंत्री ने आज प्रेस के माध्यम से बताया है.. लेकिन उनके खुद के क्षेत्र में फ़ैली अराजकता पर उनका ध्यान नहीं है..